UP News: यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग में जूनियर कैटगरी के एडेड स्कूलों में टीचर्स की भर्ती तीन साल से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी पूरी नहीं हो सकी है. इससे लिखित परीक्षा में पास 22 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी खासे परेशान हैं और इन दिनों आंदोलन की राह पर हैं. परेशान अभ्यर्थियों ने अब इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से दखल देने और अपने साथ इंसाफ करने की गुहार लगाई है. सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने बुधवार को प्रयागराज में शिक्षा निदेशालय दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और जल्द से जल्द कट ऑफ जारी कर नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग की.
प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों ने अब नए अधियाचन यानी खाली जगहों को भी इसी भर्ती प्रक्रिया में जोड़ते हुए परीक्षा में पास अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नौकरी दिए जाने की मांग की है. अभ्यर्थियों की दलील है कि जब तीन साल पहले शुरू हुई भर्ती अभी पूरी नहीं हो पाई है तो इस भर्ती में नए पदों को भी जोड़कर मेरिट में जगह बनाने वाले अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दे दिए जाएं. इससे ज्यादा संख्या में योग्य अभ्यर्थियों को नौकरी मिल जाएगी और साथ ही शिक्षकों के पद भरने पर बेसिक शिक्षा विभाग के जूनियर एडेड स्कूलों में शिक्षा का स्तर भी बेहतर होगा.
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लगता रहा है ये आरोप
गौरतलब है कि यूपी के जूनियर एडेड स्कूलों में साल 2021 से पहले मैनेजमेंट ही टीचर्स की नियुक्ति करता था. इसमें अक्सर ही बड़े पैमाने पर पैसे लेकर भर्ती किए जाने का आरोप लगाता रहता था. योग्य अभ्यर्थियों को बिना पैसे ही नियुक्ति दिए जाने के मकसद से यूपी की योगी सरकार ने साल 2021 में पहली बार लगभग दो हजार पदों पर सरकारी स्तर पर भर्ती किए जाने के लिए विज्ञापन जारी किया. परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने साल 2021 में 16 अक्टूबर को लिखित परीक्षा आयोजित कराई.
परीक्षा के लिए तकरीबन साढ़े तीन लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. करीब 2,70,000 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल हुए थे. क्वालीफाइंग परीक्षा का रिजल्ट 15 नवंबर 2021 को जारी किया गया, जिसमे करीब पैंतालीस हजार अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था. बाद में यह मामला कोर्ट चला गया. लंबे समय तक चली सुनवाई के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रिजल्ट को संशोधित कर इसे नए सिरे से जारी किए जाने का आदेश दिया था. संशोधित रिजल्ट में करीब तीन हजार अभ्यर्थी बाहर हो गए और 42006 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए.
दोबारा रिजल्ट घोषित होने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग ने ना तो कट ऑफ जारी किया और ना ही किसी को नियुक्ति पत्र मिल सका. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी साल 15 फरवरी को फिर से आदेश जारी कर भर्ती जल्द से जल्द पूरी करने का फरमान जारी किया. अभ्यर्थी चाहते हैं कि अब जल्द से जल्द नोटिफिकेशन जारी कर तीन साल से इंतजार कर रहे योग्य लोगों को नौकरी दी जाए और साथ ही नए पदों को भी पुरानी भर्ती में शामिल कर लिया जाए. अभ्यर्थियों के मुताबिक अगर नए अधियाचित पदों को जोड़ लिया जाए तो अब छह हजार पदों पर भर्ती हो सकती है.