लखनऊ, भाषा। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनभद्र के उम्भा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। बता दें कि  ग्राम प्रधान यज्ञदत्त के समर्थकों और गोंड आदिवासियों के बीच घोरावल तहसील में भूमि विवाद को लेकर बुधवार को हुए संघर्ष में दस लोगों की हत्या कर दी गयी थी जबकि 28 अन्य जख्मी हो गये थे। जिसके बाद से मामले में राजनीति शुरू हो गई है।


इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने सोनभद्र नरसंहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि घटना के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। साथ ही उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जिस जमीन पर लोग बरसों से खेती कर रहे हैं, उसे कोई छेड़ेगा नहीं। जिन भी लोगों ने गलत तरीके से गरीबों की जमीन को कब्जाया है, उन्हें सरकार बख्शेगी नहीं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पीड़ित परिवार के लोगों के लिए अनुसूचित जनजाति ,मुसहर जाति के लोगों को आवास और शौचालय उपलब्ध कराएं। 60 के ऊपर अनुसूचित जन जाति के पात्र बुजुर्गों ,विधवाओं और दिव्यांगों को अनिवार्य रूप से पेंशन राशन कार्ड आवास शौचालय की व्यवस्था के साथ जूनियर हाई स्कूल की व्यवस्था होनी चाहिए गांव में सोलर पैनल की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, उभ्भा में पुलिस की चौकी भी खुलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र और कार्यकत्री की नियुक्ति कर इस गांव की बच्चियों को प्रशासन जोड़े।


मुआवजे राशि को बढ़ाया


वहीं, मुख्यमंत्री ने मृतकों के पीड़ितजनों की सहायता राशि में वृद्धि की की है। मुआवजे के तौर पर पीड़ियों के अब साढ़े अट्ठारह लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलो के परिवारजनों को ढाई लाख रुपये की सहायता देंगे।


प्रियंका पर साधा निशाना


इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए योगी ने कहा कि जो लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, उन्हीं की सरकार के समय यहां के गरीबों को जमीन से वंचित करने का काम किया गया था। गरीबों के हक पर डकैती डालोगे, तो जेल के अंदर सड़ते रहोगे। सीएम ने कहा कि आप लोग गांव में रहें सरकार आपके सुरक्षा की व्यवस्था कराएगी और घायलों के सारे खर्चे को सरकार उठाएगी।




सपा कार्यकर्ता गिरफ्तार
सीएम योगी के दौरे से पहले कई सपा नेताओं ने सोनभद्र में हंगामा किया है। हंगामे के चलते पुलिस ने कई सपा नेताओं को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा, जिला सचिव प्रमोद यादव, लोहिया वाहिनी प्रदेश सचिव मन्नू पाण्डेय समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया है। सभी सपाइयों को कोतवाली में बैठाया गया है।