लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही राम नगरी अयोध्या का दौरा करने वाले हैं. सीएम योगी अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का जायजा लेंगे. दरअसल, अयोध्या को विश्व के पर्यटन नक्शे पर श्रेष्ठतम शहरों में शुमार करने की कोशिशें हो रही हैं. इसी के तहत यहां जमकर विकास कार्य हो रहे हैं. शहर की तमाम सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है. साथ ही कारों के लिए मल्टीलेवेल पार्किंग बनाने तथा अयोध्या के बस एवं रेलवे स्टेशन को नया रूप दिया जा रहा है. अयोध्या को सोलर सिटी बनाए जाने की भी तैयारी है. इसके अलावा अयोध्या को विश्वस्तरीय मेगा सिटी बनाने के प्लान पर भी कार्य किया जा रहा है.
विकास कार्यों का खुद निरीक्षण करेंगे सीएम
सीएम योगी अयोध्या दौरे के दौरान यहां कराए जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे. योगी मंडलीय समीक्षा से लेकर समय-समय पर अयोध्या के विकास को लेकर होने वाले प्रस्तुतिकरण के जरिए सभी कार्यों पर नजर रखते हैं. सीएम की मंशा अयोध्या के साथ इसके 84 कोसीय परिक्रमा के दायरे में आने वाले सभी धार्मिक, पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार भी शामिल है. इसके तहत चौरासी, चौदह और पंचकोसी परिक्रमा में आने वाले सभी ऐसे स्थलों का सुंदरीकरण, परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह छाजन के साथ अन्य बुनयादी सुविधाओं की व्यवस्था, पैदल परिक्रमा करने वालों के लिए कच्चा मार्ग आदि का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. यही नहीं मखौड़ा जैसे प्रमुख स्थलों के विकास के लिए तो अलग से भी कार्ययोजना तैयार की गयी है.
मालूम हो कि बस्ती के हर्रैया तहसील स्थित मखौड़ा धाम में राजा दशरथ ने अपने गुरु वशिष्ठ और श्रृंगी ऋषि के मार्गदर्शन में पुत्रकामेष्टि यज्ञ का आयोजन किया था. अलग-अलग परिक्रमा मार्गों पर ऐसे और भी कई पौराणिक स्थान हैं जिनका भगवान श्रीराम से संबंध है. ऐसे सभी स्थानों का विकास योगी सरकार के एजेंडे में है. इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के मौके भी.
कई विकास कार्य जारी, कई पाइपलाइन में
देश दुनिया से वहां अपने आराध्य के दर्शन करने वालों पर अमिट छाप छोड़ने के लिए भगवान श्रीराम के भव्यतम और दिव्यतम मंदिर, राम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, वैदिक और आधुनिक सिटी के मॉडल के रूप में नए अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ होगा. कुछ काम हो रहे हैं और कई पाइपलाइन में हैं. सरकार अयोध्या के विकास का नया मॉडल तैयार करा रही है. इसके लिए विश्वस्तरीय सलाहकार को नियुक्त करने का फैसला किया गया है. आवास विभाग ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी किया है. विश्व स्तरीय सलाहकार द्वारा अयोध्या के विकास का जो मॉडल तैयार किया जाएगा, आवास विभाग उसके आधार पर विकास प्राधिकरण के माध्यम से काम कराएगा. इसके आलावा प्रदेश एवं केंद्र सरकार ने अयोध्या की विकास परियोजनाओं के लिए खजाना खोल रखा है, जिसके तहत अयोध्या आने वाली रेलवे लाइन का दोहरीकरण के साथ भविष्य की जरूरतों के अनुसार रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण और विस्तारीकरण होना है.
अयोध्या से सुल्तानपुर एनएच 330 से एयरपोर्ट तक चार लेन की सड़क का नवनिर्माण होना है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अयोध्या धाम से बाइपास के लिए सोहावल से विक्रमजोत तक का प्रस्ताव बना रहा है. करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली से अयोध्या तक चार लेन की सड़क के चौड़ीकरण का कार्य भी होना है. सरयू की अविरलता और निर्मलता बरकरार रखने के लिए वहां आधुनिकतम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे.
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