Yogi Adityanath Basti Visit: बस्ती में सीएम योगी के दौरे को लेकर प्रशासन सतर्क, DM ने अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
CM Yogi Basti Visit: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को सफल बनाने की जिम्मेदारी का बंटवारा जिलाधिकारी ने कर दिया है. जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल का जायजा भी लिया.
CM Yogi Adityanath Basti Visit: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 04 अक्टूबर को बस्ती जनपद आ रहे हैं. दोपहर 12 बजे पुलिस लाइन में हेलिकॉप्टर से मुख्यमंत्री उतरेंगे. मंडलायुक्त सभागार में जनप्रतिनिधियों और विशिष्ट लोगों से मुलाकात के बाद विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करेंगे. बैठक में सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे. बस्ती के जिलाधिकारी अंद्रा वामसी ने बताया कि सर्किट हाउस में कुछ देर ठहरने के बाद मुख्यमंत्री महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगे. कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री स्टेशन रोड स्थित आर्य समाज के कार्यक्रम में शामिल होंगे. जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के दौरे को सफल बनाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंप दी है.
बस्ती दौरे पर आ रहे हैं मुख्यमंत्री योगी
कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर उन्होंने साफ-सफाई, रास्तों का मरम्मत कराने के लिए पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया. जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग को सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण का दायित्व सौंपा. उन्होंने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में रखवायें. बैठक के बाद उन्होंने सर्किट हाउस, मेडिकल कॉलेज और श्रीबालाजी प्रकाश कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया. आर्य समाज के प्रधान ओम प्रकाश आर्य ने बताया कि बुधवार 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 4 दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने आ रहे हैं.
आर्य समाज के कार्यक्रम में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद वैदिक धर्म पर प्रकाश डालेंगे. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में रचितांजली नामक पुस्तक का विमोचन भी शामिल है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. ओम प्रकाश आर्य ने बताया कि चार दिवसीय कार्यक्रम का समापन 7 अक्टूबर शनिवार को होगा. कार्यक्रम में दूर दूर से विद्वान शामिल हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि आर्य समाज ने हमेशा से समाज को जागृत किया है.
आजादी की लड़ाई या सनातन की रक्षा में आर्य समाज की अहम भूमिका रही है. आर्य समाज की प्रेरणा से 7 लाख 85 क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया. उन्होंने कहा कि वेद को घर घर तक पहुंचाना है. वेद में हर समस्या का समाधान है. इसलिए वेदों की ओर लौटना होगा. वेद के बिना हिन्दू का घर नहीं. इसलिए भारत को पहले आर्यवर्त कहा गया. हमें आज एकजुट होकर देश की प्रगति के बारे में सोचना चाहिए. आज देश विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर है.