CM Yogi Adityanath Unveil Samrat Mihir Bhoj Statue: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने दादरी (Dadri) के मिहिर भोज पीजी कॉलेज के प्रांगण में पहुंचकर सम्राट मिहिर भोज (Samrat Mihir Bhoj) की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद सीएम ने वहां पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महापुरुषों को हमें हमेशा याद करना चाहिए क्योंकि महापुरुषों ने हमेशा देश के लिए कुर्बानी दी है. इन्हीं महापुरुषों में से एक हैं सम्राट मिहिर भोज, जो गुर्जर समाज के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श हैं.
किए गए थे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हालांकि, ग्रेटर नोएडा में हो रही झमाझम बारिश की वजह से कार्यक्रम स्थल पर पानी जमा हो गया था. लेकिन मौसम को देखते हुए आयोजकों ने वाटर प्रूफ पंडाल की व्यवस्था की थी, जिसकी वजह से कार्यक्रम में कोई अवरोध उत्पन्न नहीं हुआ. कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे.
मुख्यमंत्री ने पगड़ी पहनने से मना कर दिया
मंच पर क्षेत्रीय सांसद डॉ महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर के अलावा सभी क्षेत्रीय विधायक मंच पर मौजूद थे. साथ ही कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी के अलावा क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल के साथ पूर्व मंत्री रामसकल गुर्जर के साथ उत्तराखंड से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी मंच पर पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री को गंगाजल भेंट कर पगड़ी पहनाने की कोशिश की लेकिन मुख्यमंत्री ने पगड़ी पहनने से मना कर दिया.
सीएम ने कोतवाल धन सिंह का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने 1857 में स्वतंत्रता के लिए जंग लड़ने वाले कोतवाल धन सिंह का भी जिक्र करते हुए कहा कि गुर्जर समाज से आने वाले धन सिंह कोतवाल ने अंग्रेजो के खिलाफ बिगुल फूंका था जिसे आज भी बड़े आदर और सम्मान के साथ याद किया जाता है. मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करने के बाद दादरी विधानसभा क्षेत्र में 18 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया. जिनकी लागत करीब 12 करोड़ से अधिक की थी.
गुर्जर समाज के लोगों ने किया हंगामा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभा को संबोधित करने के बाद हापुड़ जिले के लिए रवाना हो गए. लेकिन, सीएम योगी के जाते ही गुर्जर समाज के लोगों ने मंच पर हंगामा शुरू कर दिया और आयोजन में अहम भूमिका निभा रहे दादरी के विधायक सतपाल नागर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस बात पर जताई नाराजगी
गुर्जर समाज के लोग इस बात को लेकर नाराज थे कि गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के लोकार्पण में लगाई गई शिलापट्ट में गुर्जर शब्द को हटा दिया गया है. उनका कहना था कि जब पहले से शिलापट्ट में गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज लिखा था तो फिर गुर्जर शब्द को क्यों हटाया गया. ये उनके आदरणीय गुर्जर सम्राट मिहिर भोज का अपमान है.
नजर बनाए हुए हैं प्रशासनिक अधिकारी
हालांकि, प्रतिमा की सुरक्षा में जिला प्रशासन ने पुलिस, पीएसी के अलावा आरआरएस के जवानों को भी तैनात कर दिया है. चप्पे-चप्पे पर प्रशासन की पैनी नजर है. विरोध कर रहे लोगों को प्रशासन ने ग्राउंड से बाहर निकाल दिया है और स्थिति सामान्य है. इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं.
गुर्जर समाज को साधने का प्रयास
प्रदेश सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के अनावरण के बहाने कहीं ना कहीं गुर्जर समाज को साधने का प्रयास किया है ताकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर अहम दखल रखने वाला गुर्जर समाज सरकार और भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आ सके.
सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का किया अनावरण
बता दें कि, दादरी विधानसभा गुर्जर बाहुल्य है. यहां पर गुर्जर समाज का बोलबाला है और हालात ये हैं कि गुर्जर समाज जिसे चाहता है उसी को अपना विधायक चुनता है. आजादी के बाद से एक दो बार छोड़कर हर बार यहां से गुर्जर विधायक ही चुना गया है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पर गुर्जर वोट को साधने के लिए गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया. गुर्जर समाज के बारे में लोगों को बताया कि किस तरह से सम्राट मिहिर भोज ने देश में घुसपैठियों को रोकने का काम किया था.
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