Varanasi News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को वाराणसी दौरे पर रहें. वे यहां स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने आए थे. सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि ये गर्व की बात है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के हाथों मंदिर का उद्घाटन हो रहा है. उन्होंने भारत के विकास के लिए गति दी है.
विहंगम योग से हुआ संत समाज का प्रारंभ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 'स्वर्वेद महामंदिर धाम' सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज की पुण्य स्मृतियों को समर्पित है. सौ वर्ष पहले उन्होंने विहंगम योग की जिस साधना के लिए संत समाज की स्थापना की थी. शताब्दी वर्ष का ये कार्यक्रम विहंगम योग से संत समाज का प्रारंभ हुआ है और इससे सुखद अनुभूति और क्या हो सकती है कि दुनिया के सबसे लोक प्रिय नेता जिन्होंने भारत को सर्वांगीण विकास की एक नई गति दी है, एक नई पहचान दी है. भारत की विरासत पर दुनिया गौरव की अनुभूति कर सके, इसका एहसास कराया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर का लोकार्पण हुआ है.
5 सौ वर्षों का खत्म हुआ इंतजार
अध्यात्मिक जगत में शून्य शिखर पर स्वयं प्रवेश किया था. कुंभ की इस महान परंपरा को चाहे वो दुनिया की मूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता देना हो या फिर उत्तराखंड में केदारपुरी के पुनःनिर्माण का कार्य हो या उज्जैन महाकाल के महालोक के निर्माण का कार्य हो या पांच सौ वर्षों का इंतजार करते हुए अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण हो. हर भारतवासी का मन अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करता हुआ दिखाई देता है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विकास के लिए पूरी ऊर्जा के साथ कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सन 1920 में सद्गुरु सदाफलदेव जी महाराज ने जेल की यातना सहन की थी. अपने संबोधन के अंत में उन्होंने सभा पहुंचे सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया.
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