UP Budget Session 2023: प्रयागराज (Prayagraj) के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal Murder) की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने बम और गोली से उन पर हमला किया. शनिवार को इस हत्याकांड की गूंज विधानसभा तक पहुंच गई. उमेश पाल हत्याकांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने खुद जवाब दिया.
राजू पाल हत्याकांड पर सीएम योगी ने कहा कि राज्य में जो अपराधी और माफियां हैं वो किसके द्वारा पाले गए हैं. वो सभी सपा के द्वारा पाले गए हैं. मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लजहे में कहा कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा. प्रयागराज की घटना पर सरकार ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य हो रही है. लेकिन जिस अपराधियों द्वारा घटना हुई, क्या वो समाजवादी पार्टी द्वारा नहीं पोषित किया गया था?
सीएम योगी का सपा पर आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या उसे सपा द्वारा सांसद नहीं बनाया गया? उस अतीक अहमद को सपा द्वारा पोषित किया गया. हम उस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. जिस माफिया ने ये कृत्य किया है वो आज प्रदेश से भगोड़ा है, वो माफिया इन्ही की पार्टी से एमपी एमएलए बना. माफिया कोई भी हो, उनको मिट्टी में मिलाने का काम हमारी सरकार करेगी.
इस हमले में उमेश पाल के अलावा उनके दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए. प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि उमेश पाल को दो सुरक्षाकर्मी दिए गए थे. बता दें कि राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गयी थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है जो गुजरात की एक जेल में निरुद्ध है. अभी अतीक अहमद की पत्नी बीएसपी में हैं.