लखनऊ,अनुभव शुक्ला। आईआईएम लखनऊ में चल रहे लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत मंथन-2 कार्यक्रम का आज दूसरा दिन था। आज भी मुख्यमंत्री समेत सरकार के सभी मंत्रियों की पाठशाला आईआईएम में लगी। हालांकि पहले सेशन के मुकाबले इस बार थोड़ा परिवर्तन जरूर था। इस बार मंत्रियों के साथ साथ तमाम आईएएस अफसर भी इस मंथन 2 कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमें मुख्य सचिव से लेकर कई अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव शामिल रहे।


आज मंथन-2 कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मंथन का एक विशेष कार्यक्रम आईआईएम के साथ शुरू किया है। पहले चरण में मंत्रियों के साथ बैठ कर सुशासन का रोडमैप तैयार करने पर बैठक हुई थी। आज मंत्रियों के साथ अधिकारियों को भी इस बैठक में शामिल किया गया है । एक टीम वर्क के लिए आज यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है। लक्ष्यों को कैसे प्राप्त कर सकते हैं। इस लिए टीमवर्क जरूरी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है जब IIM जैसी संस्थान के साथ मिल कर बड़ी दिशा में काम के सकते हैं। साथ यूपी की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि अब तीसरा सेशन 22 सितंबर को होगा ।


पहला सेशन समाप्त होने के बाद जब टी ब्रेक के लिए मंत्री बाहर निकले तो उनसे हमने बात की। इन मंत्रियों का साफ तौर पर कहना है कि इस सेशन में समन्वय की बात की गई साथ ही उन्हें उनसे एक एक्सरसाइज भी कराई गई। उन्हें एक प्रश्नावली दी गई और उसे हल करने को कहा गया। इसमें पहले सब के अलग-अलग स्कोर मांगे गए और फिर कलेक्टिव स्कोर मांगे गए। समन्वय कैसे बनाया जाए इस पर चर्चा हुई है।


वही आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने अखिलेश यादव के उस बयान पर हमला बोला है जिसमे उन्होंने कहा था कि सरकार के मंत्रियों को iim में नहीं बल्कि उनसे सीखना चहिये था। इस पर आबकारी मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव तो खुद फेल हो गए वो क्या सिखाएंगे। वही सिद्धार्थनाथ सिंह ने सेशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि क्लास में अलग अलग विचारों पर सबकी राय लेकर क्या रिजल्ट हो सकता है, तमाम बिंदुओं पर गहन मंथन हुआ है। निश्चित रूप से इसका परिणाम भी अच्छा आयेगा।
आईएएस अफसर भी इस मंथन में हमारे साथ शामिल हैं सब मिलकर कैसे काम करें और प्रदेश को आगे बढ़ाए। ये इस मंथन का निचोड़ है। साथ ही अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि उन्हें यूपी की जनता से सीखना चाहिए उन्होंने कहा कि उनसे सीखते तो हमारा भी हश्र अखिलेश यादव जैसा हो जाता। उनसे सीखने की आवश्यकता नहीं। प्रदेश की जनता से अखिलेश सीख लें कि जो वादा करे वो निभाये।


योगी सरकार के मंत्रियों के लिए आई आई एम लखनऊ ने 3 दिनों का एक विशेष कैप्सूल कोर्स तैयार किया है, इसे नाम दिया गया है लीडरशिप डेवलपमेंट मंथन प्रोग्राम। इसे तैयार किया है आई आई एम लखनऊ की निदेशक डॉ अर्चना शुक्ला ने। डॉक्टर शुक्ला का कहना है कि इस प्रोग्राम को ऐसे डिजाइन किया गया है, जिसमें सरकार की यूपी के विकास को लेकर क्या प्राथमिकताएं हैं, वह सामने आ सके और उन प्राथमिकताओं में भी किस प्राथमिकता पर पहले और ज्यादा काम होना है उसका निर्धारण तय करना इस कैप्सूल कोर्स का एक मकसद है। साथ ही वह यह भी कहती हैं कि योजनाओं के पूरा होने का जो लक्ष्य है वह भी निर्धारित हो और इसे पूरा करने में विभागों के बीच कोऑर्डिनेशन बन सके इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा वो भी है। डॉ अर्चना शुक्ला के मुताबिक सरकार चलाने में जो चुनौतियां सामने आती हैं उन्हें अवसरों में कैसे बदला जाए इस पर भी इस सेशन के दौरान डिस्कशन हुआ है । वह साफ तौर पर कहती हैं कि देश में कहीं भी इस तरह की सरकार और उनके मंत्रियों की पाठशाला पहले कभी नहीं लगी है। और अगर कोई दूसरा राज्य भी उनसे इस तरह का कोर्स कराने को कहेगा तो वह जरूर कराएंगी।