लखनऊ: देश में चल रहे किसानों के आंदोलन का जवाब बीजेपी किसान सम्मेलन से दे रही है. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे जहां उन्होंने किसान सम्मेलन में किसानों से संवाद किया. इसके साथ ही सीएम ने विश्वविद्यालय को 90 करोड़ की सौगात भी दी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल जानबूझकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं.


कोई ऐसा काम न करें जिससे पार्टी की इमेज पर सवाल उठे
मुख्यमंत्री ने अयोध्या मंडल के सांसद, विधायकों, क्षेत्रीय अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक भी की. बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिये कि पार्टी के सभी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि संयम से काम करें और सरकार की जो छवि साढ़े तीन साल में बनी है उसी के अनुरूप सब लोग काम करें. अभी तक किसी भी विधायक, सांसद, पदाधिकारी पर कोई भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं. इसी तरह से आगे भी संयमित होकर काम करना है. सीएम ने कहा कि कोई ऐसा काम न करें जिससे पार्टी की इमेज पर सवाल उठे. साथ ही उन्होंने सभी को अब चुनाव में जुट जाने को कहा.


कृषि कानून से किसानों को फायदा
एक तरफ किसान नए कृषि कानून पर आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं कुछ किसान ऐसे हैं जो इस कृषि कानूनों को किसानों के हित में बता रहे हैं. ऐसे ही एक किसान हैं बाराबंकी के रहने वाले और पद्मश्री से सम्मानित रामसरन वर्मा. इनका साफ तौर पर कहना है कि कृषि कानून से किसानों को फायदा ही है नुकसान नहीं है. उनका कहना है कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग तो पहले से ही हो रही है और अब सरकार ने तो इस कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में किसानों के हित की बात की है.



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