UP News: उत्तर प्रदेश को इस बार दीपावली से पहले दो बड़े तोहफों की सौगात मिली है जिससे लाखों लोगों को फायदा होगा. एक तरफ जहां केंद्र सरकार ने वाराणसी में विशालकाय रेल और सड़क पुल बनाने को मंजूरी दे दी है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की योगी सरकार ने लखनऊ में इंटरनेशनल एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेंटर बनाने का फैसला लिया है. जिससे लखनऊ को एक नई पहचान मिलेगी. 


यूपी को पहली बड़ी सौगात पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मिली है जहां गंगा नदी पर रेलवे का अब तक का सबसे बड़ा पुल बनाने की मंज़ूरी दी गई है. इस पर चार रेलवे लाइन और छह लेन हाइवे भी बनाया जाएगा. यह पुल वर्तमान में सेवाएं दे रहे 137 साल पुराने मालवीय ब्रिज की जगह लेगा. इसके निर्माण में 2642 करोड़ रुपये की लागत आएगी. ये पुल चार साल में बनकर तैयार हो जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है. 


सीएम योदी ने किया फ़ैसला का स्वागत
सीएम योगी ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा- 'आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी मार्गदर्शन में पावन नगरी काशी विकास के नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. इस विकास यात्रा को और गति प्रदान करते हुए आज केंद्रीय कैबिनेट द्वारा वाराणसी में गंगा नदी पर रेल-सह-सड़क पुल व वाराणसी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय मल्टीट्रैकिंग के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई है. क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के साथ ही यह परियोजना वाराणसी और चंदौली के लोगों के लिए आत्मनिर्भरता के नए मार्ग भी प्रशस्त करेगी. इस लोक-कल्याणकारी निर्णय हेतु आपका हार्दिक आभार प्रधानमंत्री जी!'


लखनऊ को मिली दूसरी सौगात
यूपी को दूसरी बड़ी सौगात लखनऊ में मिली ही जहां सीएम योगी ने वर्ल्ड क्लास इंटरनेशनल एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. ये सेंटर 32 एकड़ में बनाया जाएगा. जहां राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजन हो सकेंगे. 


सीएम योगी ने ख़ुद इसकी जानकारी एक्स पर दी और लिखा- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सृजनात्मक धरा है. गीत, संगीत और कला यहां के रोम-रोम में बसी है. आपकी सरकार ने अपने लखनऊ वासियों को आधुनिकता की चमक और संस्कृति की आभा से दीप्त एक 'इंटरनेशनल एग्जीबिशन कम कन्वेंशन सेंटर' का उपहार देने का निर्णय किया है.


यहां विराट सांस्कृतिक, राजनीतिक, राजकीय, धार्मिक समारोह, गीत-संगीत के कंसर्ट पूरी भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित हो सकेंगे. 'नए उत्तर प्रदेश' का 'नया लखनऊ' एक नई पहचान के साथ विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है. सभी लखनऊ वासियों को हार्दिक बधाई! 


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