Agra News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लघु उद्यमियों के प्रोत्साहन पर विशेष ध्यान देने का जिक्र करते हुए बुधवार (11 अक्टूबर) को कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश जैसा बीमारू राज्य समृद्ध बन पाया है. योगी आदित्यनाथ ने आगरा में आयोजित उत्तर प्रदेश उद्यमी महाधिवेशन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार आने के बाद से लघु उद्योग से जुड़े उद्यमियों के प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए गए हैं और अब इनके नतीजे भी नजर आने लगे हैं.


उन्होंने कहा, "कम खर्च और कम जगह में भी अधिक लोगों को रोजगार देने का काम लघु उद्योग ही कर सकते हैं. 'एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना के तहत लघु उद्योगों को डिजाइन, तकनीक, पैकिंग एवं बाजार मुहैया कराने में सरकार ने मदद की. इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले और उत्तर प्रदेश जैसे बीमारू राज्य को हमने आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया." 


नई एमएसएमई नीति का किया जिक्र


इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की नई एमएसएमई नीति का भी जिक्र करते हुए कहा कि नया उद्योग लगाने पर उद्यमी को पहले 1,000 दिन तक कोई भी अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लेना होता है. इसके साथ ही उन्होंने कारोबारी सुगमता बढ़ाने से संबंधित कदमों का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि उद्यमियों को अपनी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही समाधान मुहैया कराने के लिए जिला एवं मंडल स्तर पर एक व्यवस्था बनाई गई है. 


"1.10 करोड़ रोजगार पैदा होंगे"


उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बढ़िया ढांचागत आधार तैयार करने के साथ निवेशकों को आकर्षित करने के लिए वैश्विक निवेशक सम्मेलन भी आयोजित किया जिसमें 38 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे. उन्होंने कहा कि इन निवेश प्रस्तावों के अमल में आने पर 1.10 करोड़ रोजगार पैदा होंगे. 


"सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करने देंगे"


सीएम ने साथ ही कहा कि हम सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़, किसी को भी नहीं करने देंगे, चाहे वह कोई भी व्यक्ति क्यों न हो. अगर किसी ने सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस किया तो उसको खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा. उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है जिसने MSME उद्यमी को भी रजिस्ट्रेशन के साथ जोड़कर के उसको सुरक्षा बीमा का कवर दिया.


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