ABP News C-Voter UP-UK Survey: यूपी की जनता को भाये सीएम योगी, उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ के सामने होगी बड़ी चुनौती
एबीपी न्यूज और सी-वोटर के सर्वे में यूपी-उत्तराखंड के लिये जनता का मूड भांपा गया. यूपी में सीएम योगी के फैसले पर जनता का भरोसा तो दिखा लेकिन उत्तराखंड में चुनौतियां ज्यादा हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के चार साल पूरे हो गये हैं. इस बीच गुरुवार को एबीपी न्यूज और सी-वोटर के सर्वे में योगी आदित्यनाथ पर जनता ने भरोसा जताया है. सामने आए आंकड़ों की माने तो चाहे वह अपराध को लेकर सीएम योगी की पहल हो या फिर भ्रष्टाचार को लेकर उठाये गये कदमों की बात करे तो प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कामों पर मुहर लगाई है. हालांकि, सरकार के कार्यकाल में अभी एक वर्ष और बचा हुआ है. इस दौरान कई और क्षेत्रों में भी काफी काम किया जा सकता है.
रोजगार पर सीएम की सराहना
लॉकडाउन के दौरान तमाम प्रवासी मजदूर घर लौटे और उनके पास काम नहीं था. लेकिन योगी सरकार ने संगठित और असंगठित क्षेत्रों में काफी रोजगार दिये. सर्वे में सामने आए आंकड़े भी यही गवाही देते हैं. रोजगार देने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के दावे पर 53 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया है. अखिलेश यादव पर 21 फीसदी लोगों ने ही विश्वास किया है. वहीं, मायावती से 16 फीसदी लोग ही सहमत नजर आ रहे हैं.
बाहुबलियों पर शिकंजा
वहीं, अपराध नियंत्रण को लेकर सीएम योगी का ऑपरेशन क्लीन प्रभावशाली रहा है. प्रदेश सरकार ने बाहुबलियों पर जिस तरह से शिकंजा कसा है और उनके संपत्तियों पर कब्जा किया है, इस कार्रवाई को जनता का समर्थन खूब मिला है. सी-वोटर के सर्वे में इसकी तस्दीक हुई है. 53 फीसदी लोगों ने माना कि, योगी राज में अपराध कम हुआ है. 35 फीसदी ऐसे हैं, जिन्होंने सहमति नहीं दी है. कानून व्यवस्था को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहतर सीएम साबित हुये हैं. आंकड़ों की बात करे तो 71 फीसदी लोगों ने हां कहा. वहीं, राज्य में लव जेहाद को लेकर कानून बनाये जाने पर जनता का समर्थन मिला है. लव जेहाद पर 57 फीसदी लोगों ने सीएम को सराहा है.
फिलहाल मौजूदा वक्त में जनता का मूड मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को लेकर सकारात्मक है. वहीं, एक साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में योगी सरकार सही दिशा में आदे बढ़ रही है.
उत्तराखंड में मामला गड़बड़ाया
उत्तराखंड में बीजेपी को दिक्कतें आ सकती हैं. एक साल अभी सरकार को बचा है लेकिन राज्य में मुख्यमंत्री का बदलाव करना सही संदेश नहीं है. हालांकि, पार्टी सूत्रों की माने तो सही समय पर ये कदम उठाया गया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर विधायक से लेकर अफसरों तक में संवाद नहीं थी. इसकी शिकायत दिल्ली दरबार तक पहुंच चुकी थी. तय उस वक्त हो गया था जब केंद्रीय पर्यवेक्षकों की एक टीम उत्तराखंड पहुंची और दिल्ली आकर आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपी. इसके बाद की कहानी सभी को पता है. एबीपी न्यूज और सी-वोटर के सर्वे में भी सामने आई.
कांग्रेस को मिल सकती है बढ़त
वहीं, सर्वे के तहत जब जनता से सवाल किया कि, मुख्यमंत्री बदलना सही कदम है तो इसके जवाब पर 70 फीसदी लोगों ने कहा कि ये सही फैसला है. दूसरी तरफ जब लोगों से पूछा गया कि, सीएम बदलने से चुनाव में फायदा होगा तो 35 फीसदी लोगों ने हां कहा, लेकिन 47 फीसदी लोग ऐसे थे जिन्होंने नहीं कहा. वहीं सीटों के आंकड़े तो बीजेपी को परेशान करने वाले हैं. सर्वे के मुताबिक, यदि आज चुनाव हुये तो बीजेपी को नुकसान हो रहा है, वहीं कांग्रेस बढ़त लेती दिख रही है. सर्वे में बीजेपी को 24 से 30 सीटें, कांग्रेस को 32 से 38 सीटें मिल रही है. आम आदमी पार्टी को इस बार फायदा हो सकता है.
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