CM Yogi News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य वन्य जीव बोर्ड की अहम बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में प्रदेश की जैव विविधता को संरक्षित करने और इको पर्यटन की संभावनाओं को विस्तार देने सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री ने दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सेंचुरी और पीलीभीत टाइगर रिजर्व के चूका जैसे इको टूरिज्म के स्थलों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने के निर्देश दिए हैं.


सीएम ने इन जगहों के लिए 4 लेन रोड कनेक्टिविटी की सुविधा देने का भी आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर स्थानीय लोगों को गाइड के रूप में प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए. साथ ही ऐसी जगहों पर जाने वाले सैलानियों के ठहरने की शानदार व्यवस्था विकसित की जाए. जिससे इको टूरिज्म बढ़ावा मिल सके. 


साइबेरियन पक्षियों की सुरक्षा का रखें ख्याल


सीएम ने कहा कि पशु-पक्षियों का संरक्षण-संवर्धन हमारी संस्कृति का अंग है. प्रदेश में हर साल में एक तय समय पर बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षियों का आगमन होता है. इनकी सुरक्षा हम सबकी साझी जिम्मेदारी है. इन पक्षियों अथवा अन्य पशु-पक्षियों के साथ क्रूरता या उनके साथ अमानवीय व्यवहार स्वीकार नहीं है. सीएम ने कहा कि ऐसी हर एक घटना के दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.


सीएम ने कहा कि घाघरा, चंबल, सरयू, गेरुआ आदि अन्य नदियों में भी पाई जाने वाली डॉल्फिन और अन्य जीवों को संरक्षण देते हुए उनके संवर्धन का प्रयास किया जाए. इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों को जागरूक करते हुए डॉल्फिन मित्र बनाया जाए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार से भी इस कार्य में आवश्यक सहयोग लिया जा सकता है. 


बाढ़ संबंधित विषयों पर भी चर्चा हुई


बाढ़ संबंधित विषय को लेकर सीएम ने कहा कि नदियों में बढ़ती गाद एवं बाढ़ की समस्या के दृष्टिगत उनकी ड्रेजिंग को लगातार जारी रखा जाना चाहिए. इससे गांवों के कटान में कमी आएगी, साथ ही वनों एवं वन्य जीव की सुरक्षा की जा सकेगी और संबंधित लोगों की आय में वृद्धि भी होगी. सीएम ने कहा कि वन्य जीवों की चिकित्सा-सेवा में लगे पशु चिकित्सकों का कैडर बनाया जाए, इन चिकित्सकों का कार्य बड़ा महत्वपूर्ण है. कैडर होने से इन्हें समय से प्रमोशन और अन्य लाभ आसानी से मिल सकेंगे. 


नेपाल को लेकर जताई चिंता


मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की सीमा से लगे क्षेत्रों में भारतीय सेल्युलर कंपनियों के नेटवर्क कवरेज की समस्या संज्ञान में आई है. ऐसा देखा जा रहा है कि इन क्षेत्रों में नेपाली संचार कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क आ रहे हैं. इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है और इसपर आवश्यक कार्यवाही की जाए. 


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