मथुरा: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तय समय से करीब 15 मिनट देरी से 2:15 बजे  मथुरा के वेटनरी विश्वविद्यालय पहुंच गए. कुछ देर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में बदलाव करते हुए अचानक जिला अस्पताल पहुंच गए. जिला अस्पताल जाने का मुख्यमंत्री का कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं था ,जिससे अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया.


श्रीकांत शर्मा भी रहे साथ


दोपहर 3:30 बजे करीब मुख्यमंत्री जिला अस्पताल पहुंचे. उनके साथ ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी थे. यहां उन्होंने औपचारिक निरीक्षण किया. अस्पताल परिसर में प्रवेश करने से पूर्व मुख्यमंत्री के हाथ धुलवाए गए और उन्होंने पीपीई किट ना पहनकर हेड कैप और मुंह पर मास्क लगाया. सीएमओ और सीएमएस ने उनको अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बारे में जानकारी दी. मुख़्यमंत्री ने जिला अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कोविड मरीजों से बातचीत की.


कोविड कमांड सेंटर का किया दौरा


जिला अस्पताल के औपचारिक निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के सभागार में बने कोविड कमांड सेंटर पर पहुंचे यहां उनको मुख्य विकास अधिकारी डॉ नितिन गौड ने विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कई सवाल भी पूछे. मुख्यमंत्री ने पूछा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दवा ऑक्सीजन कैसे मिल रही है, उनके हालचाल जानने को कौन मॉनिटरिंग कर रहा है. लोगों को स्टीम लेने के बारे में बताया जाए और उनका आगे उपचार कैसे रहेगा, इसके लिए सामान्य कॉल कर पूरी जानकारी ली जानी चाहिए.


होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से की बात


यहां से मुख़्यमंत्री डेम्पियर नगर पहुंचे जहां उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बातचीत की. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ डैंपियर नगर इलाके से सीधे वेटरनरी विश्वविद्यालय के लिए रवाना हुए और 4:15 पर वेटरनरी विश्वविद्यालय के हेलीपैड से आगरा के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना हो गए.


टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में बताया


सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि, मथुरा के अंदर भी 6000 से अधिक बूथ 18 प्लस से टीकाकरण में आज हो चुका है. प्रदेश के अंदर ऑक्सीजन का एक वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है. इस समय आक्सीजन का निर्माण कर रहे हैं. अलग-अलग जनपदों को हम लोगों ने कुल 20 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हम ने उपलब्ध कराए कराए हैं. जिला अस्पताल कोविड-19 और जो स्वास्थ्य केंद्र कोविड-19 बनाए गए हैं, उन सब में उनकी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. 


मैं भगवान श्री कृष्ण की पावन भूमि पर आया हूं. मैंने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया है. बहुत सारे लोग कोरोना वायरस के बाद ठीक हुए हैं, कुछ लोगों का उपचार भी चल रहा है, कुछ लक्षण युक्त लोग भी वहां आए हैं, उनके इलाज की व्यवस्था चल रही है. एक सप्ताह के अंदर मथुरा जनपद में 600 की करीब एक्टिव कम हुए हैं. टेस्टिंग की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है, वर्तमान में 96 वेंटिलेटर, 96 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यहां पर उपलब्ध कराया गया है. बीते कुछ दिनों में ऑक्सीजन की क्षमता और ऑक्सीजन युक्त बड़ों की क्षमता को बढ़ाया गया है. 


बीमारी को छिपाये नहीं


45 वर्ष के लोगों को जो वैक्सीन दी गई है. 1 लाख 58 हजार लोगों को 45 प्लस में वैक्सीन दिया गया है. 18 प्लस में 6000 वैक्सीन उपलब्ध कराया गया है. मैं यहां पर अपने प्रतिनिधि और प्रशासन को धन्यवाद दूंगा, कि उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की. लोगो के उपचार कार्य के लिए 32 एंबुलेंस वेरी गेट की गई हैं. जिससे लोगों की मदद करने में उपलब्धता मिलेगी. कोविड-19 महामारी है, महामारी में बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है. बीमारी को कभी छुपाना नहीं चाहिए, बल्कि उसका उपचार कराना चाहिए. मेरी सब लोगों से अपील है कि लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है, कि बीमारी को छुपाया नहीं और वह अपना उपचार शुरू करें. ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समिति अपनी नजर बनाए हुए हैं, लोगों की स्क्रीन की जा रही है, लोगों को किट भी प्रोवाइड कराई जा रही है. 24 घंटे में एंटीजन रिपोर्ट लोगों को मिले इस तरह की व्यवस्था की जा रही है.


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