लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब डालर (एक ट्रिलियन डालर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन इस लक्ष्य को पाने के लिये वक्त की रफ्तार से तेज चलना होगा और अथक प्रयास करने होंगे।

योगी ने यहां विधानसभा में वित्त वर्ष 2019—20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर हुई चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा, 'इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डालर की इकॉनोमी कब बनेगा ... हमें ये चुनौती स्वीकारनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश को पांच वर्ष में एक हजार अरब डालर (69,00,000 करोड़ रुपये) की इकॉनोमी बनना है तो प्रदेश को अलग अलग कार्यक्षेत्रों में आने वाले पांच वर्ष के लिए एक लक्ष्य तय करना होगा। कम से कम 70 हजार करोड रूपये से लेकर एक लाख करोड रूपये के निवेश की व्यवस्था अलग अलग क्षेत्रों में करनी होगी। तब जाकर इतने कम समय में ये लक्ष्य प्राप्त हो सकता है।'' योगी ने कहा, 'लक्ष्य बडा है लेकिन असंभव नहीं है, संभव है और उसे प्राप्त किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि हम छोटी छोटी चीज में राजनीति करने लगते हैं। हम हर चीज को राजनीतिक नजरिये से देखने लगते हैं। कम से कम अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है ।

योगी ने कहा, 'स्थायी और समेकित विकास हो सके, उस दिशा में क्या प्रयास किये जाने हैं। इस पर की जाने वाली पहल को आगे बढाने की आवश्यकता है। ... उत्तर प्रदेश की इकनोमी, हमारी जो जीडीपी है ... वह केवल 15 लाख 42 हजार 432 करोड रूपये है। हमें अगर इसे बढाना है एक हजार अरब डालर (करीब 69 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंचाना है तो मुझे लगता है कि इसके लिए बहुत बड़े प्रयास करने होंगे।' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अगर एक ट्रिलियन डालर की इकानामी बनेगा तो राज्य का विकास होगा। साथ ही यह यहां की 23 करोड जनता और आने वाली पीढी के भविष्य के लिए यह आवश्यक भी है।

योगी ने कहा कि अगर एक ट्रिलियन डालर की 'इकॉनोमी' बनना है तो बहुत प्रयास करना होगा। ''इसके लिए हमें वक्त की रफ्तार से भी तेज बढ़ना होगा। जब हम उस रफ्तार से चलेंगे तो हर नागरिक उसी रफ्तार से चलेगा।'' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, वैसी कोई नहीं दे सकता। सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे। मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए बताया कि सैमसंग (कंपनी) भाग रहा था, टीसीएस भाग रहा था। हमने उन्हें बुलाया और पूछा कि क्यों भाग रहे हो तो उन्होंने कहा कि हमें यहां का वातावरण ठीक नहीं लग रहा है। हमने पूछा कि राजनीतिक वातावरण या सामान्य वातावरण तो जवाब मिला कि राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं था इसलिए हमारी कंपनी ने कारोबार समेटने करने का फैसला किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन अब वही सैमसंग पांच हजार करोड रूपये का निवेश कर चुका है।

टीसीएस लखनउ से भाग रहा था, अब लखनउ के साथ साथ प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बडा निवेश कर रहा है।

उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब डालर और देश को पांच हजार अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रयासों के बारे में योगी ने कहा, 'देश को पांच अरब डालर (ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में जो प्रयास प्रारम्भ होने हैं, उसी क्रम में 28 जुलाई को 'ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी—2' में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यहां आगमन होगा और 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास सम्पन्न होगा।' उन्होंने कहा कि आज के दिन हम लोग कुल 40, 71, 158 वृद्धजनों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ दे रहे हैं। हम 21, 69, 000 निराश्रित महिलाओं को पेंशन उपलब्ध करा रहे हैं और दिव्यांगजनों में भी 9, 84,709 दिव्यांग जनों को पेंशन की सुविधा का लाभ उपलब्ध करा रहे हैं।

मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप संबोधन के बाद राज्य के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने अनुपूरक मांगों पर हुई चर्चा का उत्तर दिया जिसके बाद सदन ने अनुपूरक अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।