लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया मुख्तार अंसारी के अभेद्य किले को ढहा दिया है और अब जड़ खोदने की तैयारी है. यही कारण है कि मुख्तार को यूपी आने में डर लग रहा था. माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ यूपी पुलिस ने ऐसी कड़ी कार्रवाई की है, जो अपने आप में मिसाल है. माफिया और उसके सहयोगियों के कब्जे से सरकारी जमीन खाली कराने, ध्वस्तीकरण, जब्त संपत्ति की कीमत करीब 192 करोड़ छह लाख 22 हजार रुपए है. 41 करोड़ की सालाना अवैध आय को बंद भी कराया है.


पुलिस ने गिरोह के 96 सदस्यों की गिरफ्तार किया है और 75 अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की है. 72 शस्त्र लाइसेंस निरस्त और निलंबित किए गए हैं. इसके अलावा सात सहयोगी ठेकेदारों (पीडब्ल्यूडी और कोयला) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शस्त्र लाइसेंस निलम्बित किया है और छह अन्य ठेकेदारों का चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त किया है. गुंडा एक्ट के तहत 12 अपराधियों को जिला बदर किया गया है.


गाजीपुर जिले के थाना युसूफपुर मोहम्मदाबाद निवासी माफिया मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है और कोर्ट के आदेश पर यूपी पुलिस एक मुकदमे में सुनवाई के सिलसिले में यूपी लाने के लिए पहुंची है, लेकिन राजनीतिक कारणों से उसकी आमदगी नहीं हो पा रही है. पुलिस ने माफिया की पत्नी अफसा अंसारी और दो साले सरजील रजा, अनवर शहजाद के खिलाफ गाजीपुर में कुर्क की गई जमीन पर अवैध कब्जा करने पर मुकदमा किया है. कब्जा मुक्त जमीन की कीमत करीब 18 लाख है और क्षतिपूर्ति के रूप में कुल 26,43,600 रुपए की वसूली की जा रही है. पुलिस ने माफिया की पत्नी और बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी सहित 12 लोगों के खिलाफ जालसाजी कर पट्टे की जमीन हड़प कर होटल बनाने पर मुकदमा किया है. साथ ही पत्नी और साले के खिलाफ गैंगेस्टर में भी मुकदमा किया है. इनके कब्जे से पुलिस ने करीब 2.75 करोड़ की जमीन खाली कराई है.


गाजीपुर और आजमगढ़ से बने 94 शस्त्र लाइसेंस
पुलिस ने माफिया मुख्तार के परिवारीजनों और सहयोगियों के गाजीपुर जिले से 84 और आजमगढ़ से 10 कुल 94 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए हैं. अब तक 85 शस्त्र निलंबित और 53 शस्त्र निरस्त कराते हुए 71 शस्त्रों को जमा कराया है. साथ ही पुलिस ने गलत नाम, पते पर जारी चार लाइसेंस निरस्त कराते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंग के हार्डकोर मेम्बर मेराज, इरशाद और अब्दुल कलाम का शस्त्र लाइसेंस निलम्बित कर उसके खिलाफ मुकदमा किया है.


दबिश में मिले वायरलेस सेट, छह बैट्री, एक बुलेट प्रूफ फार्च्यूनर कार
लखनऊ पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के निकट सहयोगी हरविंदर सिंह उर्फ जुगनू की दो करोड़ 31 लाख 46 हजार की चल अचल संपत्ति को जब्त किया है. पुलिस ने डालीबाग में मुख्तार के 25-25 हजार के इनामी दो बेटों अब्बास और उमर अंसारी के अवैध रूप से बने दो टावर को जमीदोज कर खाली कराया है, जिसकी कीमत पांच करोड़ है. पुलिस ने अब्बास अंसारी पर शूटिंग के सर्टिफिकेट पर गलत तरीके से शस्त्र और कारतूस लेकर लखनऊ से दिल्ली के पते पर स्थानांतरित कराने को लेकर महानगर में मुकदमा किया है. इसके अलावा गाजीपुर जिले में पिछले साल सहयोगी आजम कादरी के अवैध सम्मे हुसैनी हास्पिटल को ध्वस्त किया है, इसकी कीमत 61 करोड़ 18 लाख है. पुलिस ने माफिया के अन्य सहयोगियों के ठिकानों पर दबिश में मोबाइल, पांच वायरलेस सेट, छह बैट्री, एक बुलेट प्रूफ फार्च्यूनर कार, तीन अवैध असलहे और 24 टिफिन बरामद किए हैं.


दो करोड़ 40 लाख की कीमत का अवैध स्लाटर हाउस ध्वस्त
पुलिस ने अवैध बूचड़खाना, स्लाटर हाउस चलाने के मामले में 26 आरोपियों को दो दर्जन पशु और आठ कुंतल मांस सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा है. साथ ही आठ अभियुक्तों के खिलाफ गैगेंस्टर एक्ट में करीब 2.5 करोड़ की अवैध वार्षिक आय को बन्द कराया है. अवैध स्लाटर हाउस को ध्वस्त किया है, जिसकी कीमत करीब दो करोड़ 40 लाख है, जिससे माफिया की करीब 3 करोड़ 60 लाख रुपए की अवैध वार्षिक आय बंद हुई है. इसके अलावा पुलिस ने पार्किंग ठेके की आड़ में अवैध वसूली को लेकर चार मुकदमे दर्ज कर 13 आरोपियों को जेल भेजा है और गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करते हुए 4.5 करोड की वार्षिक आय बन्द कराई है.


मछली के अवैध कारोबार में लिप्त 26 गुर्गे पहुंचे जेल
पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के संरक्षण में मछली के अवैध कारोबार में लिप्त उसके 26 गुर्गों मऊ जिले में आठ, वाराणसी में सात, भदोही में आठ, जौनपुर में एक, चंदौली में दो को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. जिनके कब्जे से पुलिस ने करीब 90 लाख की प्रतिबन्धित मछली, चार ट्रक, एक इनोवा कार, तीन पिकप जीप और छह अन्य वाहन बरामद किए हैं. इसके अलावा पुलिस ने मगई नदी पर मछली पालन के लिए करीब 16 लाख से बने पुल को ध्वस्त कर कब्जे में ली गई 30 लाख कीमत की भूमि को मुक्त कराते हुए बुलेरो जीप जब्त की, जिससे आरोपी को 70 लाख वार्षिक आय का नुकसान हुआ. सहयोगी पारस सोनकर को पुलिस ने जेल भेजा और 8.17 करोड़ की संपत्ति जब्त की. जबकि पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ गैगेंस्टर एक्ट में 33 करोड़ की वार्षिक अवैध आय को बंद कराया.


अवैध कोयला कारोबार से लेकर एयरपोर्ट के लिए आवंटित भूमि पर भी कब्जा
पुलिस ने अवैध कोयला कारोबार में लिप्त माफिया मुख्तार गैंग के त्रिदेव ग्रुप के मालिक उमेश सिंह की 6.5 करोड की संपत्ति मऊ में जब्त की. इसके अलावा मालिक पंकज सिंह का शस्त्र जब्त करते हुए लाइसेंस निलम्बित कराया. शॉपिंग मॉल कुर्क होने से 12 लाख की वार्षिक आय बंद हुई है. पुलिस ने सहयोगी भीम सिंह आदि से एयरपोर्ट के लिए आवंटित 27.5 करोड़ की 50 बीघे जमीन से कब्जा हटवाते हुए तीन हाट मिक्स प्लांट ध्वस्त कर करीब नौ करोड़ रुपए की मशीनें सीज कीं, जिससे माफिया को करीब 72 लाख वार्षिक आय का नुकसान हुआ है.


मुठभेड़ में शूटर ढेर, तीन और सहयोगी गिरफ्तार
पुलिस ने माफिया मुख्तार के सहयोगी एक लाख के ईनामी शूटर हरिकेश यादव को मुठभेड़ में मार गिराया और 25-25 हजार के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. इस गैंग के 24 अपराधियों को गिरफ्तार किया और 23 के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्यवाही की. शूटर अनुज कनौजिया की सम्पत्ति कुर्क की गई और अंकुर राय के खिलाफ मुकदमा किया गया. किफायतुल्लाह की 60 लाख 70 हजार की सम्पत्ति जब्त की गई. सहयोगी उमेश सिंह का 35 लाख 23 हजार का भूखण्ड और रजनीश कुमार का 39 लाख 21 हजार की सम्पत्ति जब्त की गई.


गुर्गों की तीन करोड़ 29 लाख रुपए की सम्पत्ति जब्त
पुलिस ने शूटर बृजेश सोनकर को गिरफ्तार कर 60 लाख की संपत्ति जब्त की. सुरेश सिंह, अंकित राय, प्रभात राय, मनोज राय, हाजिम मुख्तार, संजय सागर को गिरफ्तार कर जेल भेजा. इन पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए शस्त्र निलम्बन की कार्यवाही की. जब्त संपत्तियों पर से कब्जा हटवाया और मुकदमा दर्ज किया. सुरेश सिंह वसूली गैंग डी-32 का सदस्य है और जिले में वसूली माफिया के रूप में चिह्नित है. पुलिस ने उसकी अवैध रूप से अर्जित सम्पत्ति में 12 बसें, दो ट्रक, चार कार, छह बाइक जब्त की. पुलिस ने करीब तीन करोड़ 29 लाख रुपए की सम्पत्ति जब्त की, जिससे तीन करोड़ 20 लाख की वार्षिक आय बंद हुई.


इन्हें किया गया जिला बदर
पुलिस ने गिरोह के 12 अपराधियों अल्तमश, अनीस, मोहर सिंह, जुल्फेकार कुरैशी, तारिक, मो. सलमान, आमिर हमजा, मो. तलहा, जावेद आरजू, मो. हाशिम, राशिद और अनुज कनौजिया को छह माह के लिए जिला बदर किया है और 10 अपराधियों के खिलाफ गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही की है.


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