Greater Noida News: पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गुर्जर समाज (Gurjar Samaj) निर्णायक भूमिका में है. यही वजह है कि 2022 के चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सरकार जाट समाज के साथ-साथ गुर्जर समाज को भी साधने की कोशिश में है, ताकि 2017 का इतिहास फिर से दोहराया जा सके. क्योंकि जिस तरह से अलीगढ़ में जाट राजा महेंद्र प्रताप (Raja Mahendta Pratap Singh) के नाम से विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी है, उससे जाट समाज को साधने की कोशिश की गई है, लेकिन गुर्जर समाज बीजेपी से छिटक न जाए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुर्जर सम्राट मिहिर भोज (Gurjar Samrat Mihir Bhoj) की प्रतिमा का अनावरण करने की घोषणा कर एक बड़ा दांव खेल दिया है, जिससे विपक्षी दल चारों खाने चित्त हो गये हैं.
गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण
आपको बता दें, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 सितंबर की सुबह 10:00 बजे दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे,जिसको लेकर लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, सिर्फ साफ सफाई का कार्य चल रहा है. गुर्जर सम्राट मिहिर भोज गुर्जर समाज के लिए काफी अहमियत रखते हैं. गुर्जर समाज उन्हें अपने आदर्श के रूप में पूजता है, ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करना गुर्जर समाज को अपनी तरफ लाने का एक बड़ा दांव साबित हो सकता है.
एबीपी गंगा की टीम ने दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया, साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजेन्द्र पंवार से यह भी जानने की कोशिश की कि, आखिर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज का इतिहास क्या है.
ऐतिहासिक महत्व है सम्राट मिहिर भोज का
उन्होंने बताया कि, सम्राट मिहिर भोज गुर्जर समाज के लिए एक मार्गदर्शक हैं. सम्राट मिहिर भोज ने अपने कार्यकाल में सदैव देश की सीमाओं की रक्षा की घुसपैठियों को देश में घुसने से रोका और यही वजह है कि, सातवीं सदी से लेकर 10 वीं सदी के बीच में देश के राजाओं में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज का इतिहास में एक अलग स्थान है.
गुर्जर सम्राट मिहिर भोज ने हमेशा जनता की रक्षा की देश की रक्षा के लिए उन्होंने चार सेनाएं बना रखी थीं, जो देश की अलग-अलग सीमाओं पर तैनात होकर देश में घुसपैठियों को रोकने का काम करती थी. उनकी बहादुरी और पराक्रम की गाथा आज भी गुर्जर समाज में बड़े सम्मान से सुनाई जाती हैं.
चार से पांच हजार की भीड़ आने की संभावना
एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान मिहिर भोज पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजेंद्र पंवार ने कहा कि, मुख्यमंत्री 22 सितंबर को सुबह 10:00 बजे कॉलेज प्रांगण में पहुंचेंगे, जिसके बाद वह गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इस कार्यक्रम में करीब 4 से 5000 लोगों के पहुंचने की संभावना है जिसको लेकर यहां पर सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है, बस साफ सफाई का कार्य बाकी है. जिसके लिए मजदूर लगा कर साफ सफाई काम कराया जा रहा है.
21 सितंबर को पहुंचेंगे नोएडा
आपको बता दें, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर ग्रेटर नोएडा 21 सितंबर को पहुंचेंगे, जहां रात्रि विश्राम वह गौतम बुद्ध नगर विश्वविद्यालय में करेंगे और 22 सितंबर की सुबह करीब 10:00 बजे दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज के प्रांगण में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे, उसके बाद वो हापुड़ होने वाले अगले कार्यक्रम के लिए रवाना हो जाएंगे.
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