खाद कारखाने का निरीक्षण करने 4 मार्च को सीएम योगी और उर्वरक मंत्री आएंगे गोरखपुर, जुलाई में पीएम कर सकते हैं लोकार्पण
गोरखपुर खाद कारखाने के नए प्लांट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में लोकार्पण कर सकते हैं. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा 4 मार्च को खाद कारखाने का निरीक्षण करेंगे.
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा 4 मार्च को खाद कारखाने का निरीक्षण करेंगे. सीएम योगी और डीवी सदानंद गौड़ा खाद कारखाने में तकरीबन दो घंटे रहेंगे. निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उर्वरक एवं रसायन मंत्री सुबह 11 बजे खाद कारखाना पहुंचेंगे.
जुलाई में लोकार्पण कर सकते हैं पीएम मोदी गोरखपुर खाद कारखाने के नए प्लांट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में लोकार्पण कर सकते हैं. हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने रविवार को प्लांट के निरीक्षण के दौरान इसके संकेत दिए. उन्होंने निर्माण कार्य में सुस्ती पर नाराजगी जताई और जून के आखिर तक सभी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए. एचयूआरएल के चेयरमैन ने खाद कारखाना पहुंचकर करीब एक घंटे तक सभी निर्माण कार्यों का जायजा लिया.
अफसरों के साथ की बैठक प्रिलिंग टावर के अलावा रबर डैम का भी चेयरमैन ने निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद चेयरमैन ने अफसरों के साथ बैठक की. इस दौरान एचयूआरएल के वाइस चेयरमैन और नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) के डायरेक्टर यूके भट्टाचार्य और एचयूआरएल के डायरेक्टर एके गुप्ता भी मौजूद रहे हैं. खाद कारखाना का काम 95 फीसद से ज्यादा पूरा हो चुका है. जुलाई में खाद कारखाने की शुरुआत होनी है. अब परिसर के अंदर के काम पर जोर दिया जा रहा है.
समझेंगे के मशीनों के संचलन की विधि चार मार्च को उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खाद कारखाना आएंगे. वो रबर डैम का लोकार्पण कर सकते हैं. 28 करोड़ रुपये की लागत से दक्षिण कोरिया से आए विशेष रबर से बने इस डैम पर गोलियों का भी असर नहीं होगा. उर्वरक और रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा और मुख्यमंत्री खाद कारखाना परिसर का निरीक्षण कर मशीनों के संचलन की विधि समझेंगे.
दुनिया का सबसे ऊंचा प्रीलिंग टावर खाद कारखाना में बना प्रीलिंग टावर 149.6 मीटर ऊंचा है. दावा है कि ये दुनिया का सबसे ऊंचा प्रीलिंग टावर है. प्रीलिंग टावर के ऊपरी हिस्से में घोल गिराकर सबसे छोटे दाने वाले नीम कोटेड यूरिया बनाने की शुरुआत की जाएगी. खाद कारखाने में मैन पावर की जरूरत और बिक्री नेटवर्क और बढ़ाने पर भी चेयरमैन बात करेंगे. उनके साथ उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय के सचिव राजेश कुमार चतुर्वेदी, अतिरिक्त सचिव धर्मपाल के अवर सचिव सचिन कुमार, उर्वरक मंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव प्रत्युष कुमार और हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार मौजूद रहेंगे.
दुर्घटना के बाद बंद हो गया कारखाना गोरखपुर खाद कारखाना, भारतीय उर्वरक निगम लिमिटेड (एफसीआईएल) की देश की पांच यूनिटों में से एक है. इसकी स्थापना 20 अप्रैल 1968 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने की थी. तब से यह 1990 तक निर्बाध रूप से चला. 10 जून 1990 को एक दुर्घटना में एक कर्मचारी की मौत के बाद खाद कारखाना अस्थायी रूप से बंद हुआ था. इसके बाद 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारखाने का शिलान्यास किया था.
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