Noida News: के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए कोचिंग हादसे के बाद दिल्ली से सटे नोएडा में भी कोचिंग सेंटर की जांच जारी है. नोएडा में बेसमेंट में चल रही कोचिंग सेंटर के खिलाफ जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है.
मंगलवार को जिला प्रशासन, अग्निशमन विभाग और प्राधिकरण की टीम सेक्टर-18 में एक बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर पहुंची. टीम ने कोचिंग प्रबंधन से दस्तावेज मांगे, जो वह उपलब्ध नहीं करा पाए.
इसके बाद कोचिंग प्रबंधन को सेंटर खाली करने के लिए 15 से 20 मिनट का समय दिया गया. इस कोचिंग सेंटर में बेसमेंट में क्लास चल रही थी. बच्चों को भी घर जाने के लिए कहा गया. प्रबंधन ने कोचिंग सेंटर से कॉपी-किताब निकाली और फिर कोचिंग को सील कर दिया गया. यह कोचिंग सेंटर 11 महीने से बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था. इसी इमारत के तीसरे फ्लोर पर भी एक कोचिंग चल रही थी. मानकों के तहत कोचिंग सेंटर चलाने के लिए उसे तीन दिन का अल्टीमेटम दिया.
कोई भी कोचिंग बेसमेंट में नहीं चल सकती- DIOS
डीआईओएस धर्मवीर सिंह ने बताया कि शहर में कोई भी कोचिंग बेसमेंट में नहीं चल सकती. हम ये नहीं चाहते कि कोचिंग सेंटर बंद हो. सभी कोचिंग संचालक मानकों का पालन करते हुए रजिस्ट्रेशन कराएं, इसके बाद ही बच्चों को पढ़ाएं.
बता दें कि इससे पहले भी नोएडा में दो कोचिंग सेंटर को सील किया जा चुका है. ग्रेटर नोएडा में भी कई कोचिंग सेंटर सील किए जा चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि अभियान लगातार जारी रहेगा. हम बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ होने नहीं दे सकते हैं. सभी कोचिंग सेंटर अग्निशमन से लेकर सभी मानको को पूरा करें.
उधर, दिल्ली कोचिंग मामले में मंगलवार को आरोपियों ने जमानत के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. वे उस बेसमेंट के मालिक हैं, जहां डूबने की घटना हुई थी. स मामले को दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली पुलिस से सीबीआई को सौंप दिया था. एसयूवी के एक आरोपी को 1 अगस्त को तीस हजारी कोर्ट ने जमानत दे दी थी.