नोएडा में कोचिंग सेंटरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई, अग्नि सुरक्षा के अधूरे इंतजाम पर चार सेंटर सील
कोचिग सेंटरों को सुरक्षित बनाने के लिए अग्निशमन विभाग ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आधे-अधूरे इंतजाम परअग्निशमन विभाग ने चार कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है।
नोएडा, एबीपी गंगा। सूरत के कोचिग सेंटर में हुई आगजनी में 20 से अधिक छात्र-छात्राओं की मौत की घटना के बाद नोएडा में कोचिग सेंटरों को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर अग्निशमन विभाग ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अग्नि सुरक्षा के आधे-अधूरे इंतजाम पर नगर मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र मिश्र व एएसपी डॉ. कौस्तुभ की मौजूदगी में अग्निशमन विभाग ने चार कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है।
अग्नि सुरक्षा उपकरण दुरुस्त करने के निर्देश
मालूम हो कि पिछले दिनों सूरत के कोचिग सेंटर में हुई आगजनी के बाद मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) अरुण कुमार सिंह व विभिन्न फायर स्टेशन अधिकारी की टीम ने कोचिग सेंटरों में लगे अग्नि सुरक्षा उपकरणों की जांच की थी। व्यवस्थाएं सही नहीं मिलने पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा में संचालित हो रहे 50 से अधिक कोचिग सेंटरों को नोटिस जारी कर अग्नि सुरक्षा उपकरण तत्काल दुरुस्त करने के लिए कहा गया था।
सीज किए गए कोचिंग सेंटर
अधिकांश कोचिंग सेंटर में निकलने तक की व्यवस्था सही नहीं मिली थी जबकि कई कोचिग सेंटरों में फायर स्प्रिंकलर तक नहीं लगे थे। कोचिग सेंटरों को दमकल विभाग की तरफ से जारी हुए नोटिस में 10 दिन में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए गए थे। नोटिस का समय पूरा होने के बाद शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन व अग्निशमन विभाग की टीम ने सेक्टर 16 स्थित फिटजी के अलावा नया बांस स्थित पैरामाउंट, गुरुकुल व लौरेट्स क्लासेज को सील किया था।
कोचिग संचालकों ने नोटिस का नहीं दिया था जवाब
सीएफओ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि कोचिंग सेंटरों का पहले निरीक्षण कर अग्नि सुरक्षा के इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए गए थे। वहां की खामियां भी बताई गई थीं। लेकिन कोचिग सेंटरों की तरफ से वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए गए। इन कोचिग सेंटरों की तरफ से नोटिस का कोई जवाब तक नहीं दिया गया। इन कोचिग सेंटरों में हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ाई के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही कुछ अन्य कोचिग के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
कम समय मिला
इस बीच फिटजी के प्रबंधक का कहना है बच्चों की सुरक्षा के लिए हम तत्पर हैं। दमकल विभाग की तरफ से जो नोटिस आया था उसमें इतना कम समय दिया गया था कि उसमें वह सभी काम करा पाना मुश्किल था। सुरक्षा उपकरण आ चुके हैं। अगर कुछ और समय मिले तो फायर सेफ्टी उपकरण लगाकर फायर ड्रिल भी करेंगे।