यूपी में कोहरे और ठंड ने बढ़ाई लोगों की मुसीबत, नाकाफी साबित हो रहे हैं प्रशासनिक इंतजाम
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ठंड और कोहरे का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों को कोहरे ने अपना चपेट में ले रखा है.
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कोहरे और ठंड का कहर देखने को मिल रहा है. शीत लहर की वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पिछले एक सप्ताह से कोहरे की वजह से लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. बाराबंकी का जिला मुख्यालय, रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप पर कोहरे और ठंड का असर साफ नजर आ रहा है. रोजमर्रा की जिंदगी जीने वाले लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टॉप तक हर जगह सन्नाटा पसरा हुआ है. वाहनों की रफ्तार भी कोहरे की वजह से थम गई है.
नाकाफी साबित हो रही है व्यवस्था सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए रोडवेज बस चालक भी लेट निकल रहे है. ऐसे में जो लोग घर से बाहर निकले हैं उन्हें साधन नहीं मिल पा रहे है. प्रशासन की तरफ से शहर में रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्था की गई है जो नाकाफी साबित हो रही है. वहीं, कुछ लोग ऐसे भी दिखे जो खुले आसमान के नीचे ठिठुरते दिखे.
कोल्ड अटैक के घेरे में लोग बाराबंकी के अलावा यूपी के कन्नौज जिले में भी कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. घने कोहरे की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है. जगह-जगह लोग ठंड से बचने से लिए आग का सहारा लेते हुए नजर आए. पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ था. धूप निकलने से लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत मिली थी. लेकिन, शुक्रवार सुबह घने कोहरे ने अचानक फिर तापमान गिरा दिया. लोग एक बार फिर कोल्ड अटैक के घेरे में आ गए हैं.
राहत की उम्मीद नहीं गोंडा में भी शीतलहर और कोहरे का सितम जारी है. ठंड और कोहरे का प्रकोप बढ़ रहा है. धूप निकल नहीं रही है और शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों को कोहरे ने अपना चपेट में ले रखा है. विजिबिलिटी कम होने की वजह से सड़क हादसे का खतरा बना हुआ है. ठंड से निजात पाने के लिए लोग चौराहों पर जल रहे अलाव का सहारा ले रहे हैं. अभी आने वाले दिनों में भी ठंड से निजात पाने की कोई उम्मीद नहीं जताई जा रही है.
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