गोरखपुर, एबीपी गंगा। होली के त्यौहार में अब कुछ ही दिन बचे हैं। बाजार रंगों और पिचकारियों से सज गये हैं। इस बार होली पर रंग और अबीर-गुलाल की बिक्री खूब हो रही है। थोक से लेकर फुटकर दुकानदारों के चेहरे भी इस बार खूब खिले हुए हैं। बाजार लाल, हरे, नीले, पीले और गुलाबी रंग लोगों के मन मोह रहे हैं। ऐसे में इको-फ्रेंडली होली मनाने वालों के लिए बाजार में हर्बल और फ्रूट रंग भी मौजूद हैं।


हर्बल रंगों की बिक्री बढ़ी


गोरखपुर के घंटाघर में थोक रंगों के विक्रेता पंकज कुमार गुप्‍ता हैं कि इस बार बाजार में हर्बल रंग काफी आये हैं। इनकी मांग भी ज्‍यादा है। सादे कलर भी हैं। हर्बल कलर और गुलाल-अबीर की डिमांड ज्‍यादा है। गुलाबी और हरा कलर ज्‍यादा बिक रहा है। गुलाल में लाल, हरा, नीला, गुलाबी और अन्‍य कलर की बिक्री भी खूब हो रही है। रंग विक्रेता सतीश बताते हैं कि हर्बल अबीर और हर्बल कलर की डिमांड ज्‍यादा है। स्‍प्रे के साथ सेंथेटिक गुलाल भी बिक रहे हैं लेकिन, 90 प्रतिशत हर्बल रंग हैं। केमिकल रंग भी बाजार में हैं लेकिन, वे त्‍वचा को नुकसान पहुंचाने वाले नहीं हैं। सतीश बताते हैं कि बाजार और मौसम दोनों ही अच्‍छा है और होली भी उम्‍मीद है कि अच्‍छी ही जाने वाली है।


शाह मारुफ बाजार के रंग विक्रेता विजय कुमार बताते हैं कि बाजार अच्‍छा है। वे बताते हैं कि हर्बल गुलाल और अबीर की डिमांड ज्‍यादा है। वे बताते हैं कि उनके पास सब कच्‍चे रंग हैं, पक्‍के रंग नहीं हैं। विजय बताते हैं कि रंगों को सही तरह से इस्‍तेमाल किया जाय तो उनका नुकसान त्‍वचा को नहीं पहुंचता है। वे कहते हैं क‍ि पहले रंगों को पानी में घोल लें, उसके बाद ही इस्‍तेमाल करें। सीधे किसी की त्‍वचा पर रंगों को न लगाएं, ये नुकसान पहुंचा सकते हैं। वे कहते हैं कि रंग कपड़े के लिए हैं और अबीर-गुलाल त्‍वचा के लिए है।


पिचकारियों से सजा बजारा


होली पर बाजार में इस बार रंग-बिरंगी पिचकारियां मन मोह रही हैं। टीवी पर आने वाले कार्टून के स्‍टीकर लगे पिचकारियों के साथ कई बड़ी साइज की पिचकारियों की इस बार डिमांड ज्‍यादा है। राजनेताओं की फोटो लगी पिचकारियों की बिक्री इस बार न के बराबर है। ऐसे में बच्‍चों को ध्‍यान में रखते हुए विक्रेताओं ने बाजार को टीवी कार्टून की फोटो लगी पिचकारियों को ज्‍यादा तरजीह दी है।


गोरखपुर के पांडे हाता थोक बाजार में पिचकारियों का बड़ा बाजार है। बीते कई वर्षों से पिचकारियां बेच रहे दुकानदार लाल बाबू ने बताया कि इस बार राजनेताओं की फोटो युक्‍त पिचकारियों की डिमांड नहीं है। वे बताते हैं कि बाजार अच्‍छा है। बाहुबली से लेकर डोरेमॉन तक की डिमांड ज्‍यादा है। अन्‍य टीवी सीरियल के पात्रों से जुड़ी पिचकारियां उनके पास ज्‍यादा हैं। इसके दाम चार रुपए से लेकर 800 रुपए तक की है। वे बताते हैं कि इस बार प्‍लास्टिक की टंकी और बड़ी पिचकारियां भी नई आईं हैं।