रामपुर: फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्णी के मामले में रामपुर से एसपी के सांसद आजम खां और बेटे अब्दुल्ला आज़म खान की मुश्किलें बढ़ गई है. जयाप्रदा पर अश्लील टिप्पणी केस में मुरादाबाद की स्पेशल एमपीएमएलए अदालत ने शुक्रवार को डिस्चार्ज एप्लीकेशन को खारिज कर दिया है.
अब अगली तारीख पर दोनों के खिलाफ आरोप तय होंगे. शुक्रवार को मुरादाबाद की एमपी-एमएलए की विशेष कोर्ट के जज बहस के बाद डिस्चार्ज प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया. अब अगली तारिख पर आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला पर चार्ज फ्रेम होंगे.
मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी
बीजेपी नेत्री व रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा पर मुरादाबाद में एक कार्यक्रम में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. ये कार्यक्रम जून 2019 में मुरादाबाद में मुस्लिम इंटर कालेज में आजम खां के स्वागत में रखा गया था. समारोह में मुरादाबाद के सांसद डा. एसटी हसन ने जयप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी. इसका वीडियो वायरल हुआ तो थाना कटघर में रामपुर व मुरादाबाद सांसद समेत सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही थी.
आज़म खान और अब्दुल्लाह आज़म फरवरी 2020 से जेल में बंद हैं
प्रकरण में क्राइम ब्रांच एमपी-एमएलए की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. आजम खान और अब्दुल्ला आज़म के खिलाफ दाखिल चार्जशीट को लेकर बचाव पक्ष ने डिस्चार्ज एप्लीकेशन दाखिल की थी. प्रार्थना पत्र पर लंबी बहस चलीं. बचाव व अभियोजन पक्ष ने अपने अपने तर्क रखें थे अदालत ने बहस के बाद आदेश के लिए शुक्रवार की तारीख निर्धारित की थी.
शुक्रवार को अदालत ने अपने आदेश में प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया और अब अगली तारीख पर सपा नेताओं पर चार्ज फ्रेम होंगे. आज़म खान और अब्दुल्लाह आज़म फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद हैं.
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