Basti Community Toilet: देश में स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार गांव-गांव तक शौचालय बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है. उत्तर प्रदेश (UP) के बस्ती के विकासखंड रुधौली (Raudhauli) में इन दिनों कई गांवों में नए-नए सामुदायिक शौचालय का निर्माण करावाया जा रहा है, जिसकी हर सप्ताह समीक्षा भी की जाती है. इसके बावजूद नगर पंचायत रुधौली में जो शौचालय पहले से बने हैं, उसकी स्थिति सुधारने की दिशा में जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं.
रुद्रनगर वार्ड के शौचालय की तस्वीर स्वच्छता अभियान को आईना दिखा रहा है. सामुदायिक शौचालय होने के बाद भी यह पूरी तरह से उपेक्षित है. बदहाली ऐसी कि अभी तक इसको प्रयोग में भी नहीं लिया जा रहा है. अब तो शौचालय खंडहर होने लगा है. खुले में शौच मुक्त करने के लिए सरकार के स्तर पर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार हैं कि गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं.
तीन साल पहले बना था शौचालय
अंबेडकर नगर वार्ड के सामुदायिक शौचालय की बात करें तो जूनियर हाईस्कूल के बगल में करीब तीन साल पहले इसका निर्माण हुआ, जिससे आस-पास के लोग इसका इस्तेमाल करें और बाहर शौच के लिए न जाएं. 26 लाख रुपये की लागत से बना यह शौचालय इन दिनों बदहाली का दंश झेल रहा है. दरवाजा बंद है और दीवारें टूट रहीं हैं, सीट खराब हो गया है, जबकि टोंटी गायब हो चुकी है. कहे तो सरकारी मुलाजिमों ने सामुदायिक शौचालय नहीं, ऐसा नमूना बनाया है जो पूरी तरह से निस्प्रयोज्य है.
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
वहीं इलाके के क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिस उद्देश्य से इसका निर्माण हुआ, उस पर पानी फिर रहा है. विभाग की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही है. लाखों रुपये खर्च कर बने सामुदायिक शौचालय बर्बाद हो गए, जिस उद्देश्य से इस योजना का क्रियान्वयन किया गया, वो धरातल पर धराशाई हो गई.
आवश्यक कदम उठाए जाएंगे- उप जिलाधिकारी
दूसरी तरफ रुधौली के उप जिलाधिकारी अतुल आनंद ने कहा कि ईओ अवनीश कुमार सिंह से बातचीत करने पर पता चला कि कुछ सामुदायिक शौचालय चल रहे हैं और कुछ के टेंडरिंग करवाने बाकी हैं. जल्द ही टेंडर निकलवा कर समस्याओं से निजात दिलाया जाएगा. बदहाली के सवाल पर उन्होंने कहा कि सामुदायिक शौचालय को लेकर आ रही अन्य समस्या के बारे में पता कराते हैं, जो आवश्यक कदम होंगे, उठाए जाएंगे.