लखनऊ: लखनऊ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम कर रही निजी कंपनी का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटेर नाम की कंपनी ने बंगलुरू स्मार्ट सिटी कंपनी में टेंडर हासिल करने के लिए लखनऊ स्मार्ट सिटी के फर्जी लेटर का इस्तेमाल किया है. मामले में लखनऊ स्मार्ट सिटी के जीएम की तरफ से हज़रतगंज थाने में तहरीर दी गयी है.
लेटर से किया गया फर्जीवाड़ा
केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक की महत्वकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी में भी कंपनियां फर्जीवाड़े से बाज नहीं आ रही हैं. निजी कंपनी फ्लूरेंट ग्रिड को लखनऊ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में गृह कर, जल कर, कचरा प्रबंधन और नगर निगम के कंट्रोल रूम को स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर से ऑनलाइन जोड़ने का टेंडर दिया गया है. दो साल पहले दिया गया काम कंपनी अब तक पूरा नहीं कर पाई. इसी दौरान कंपनी ने बंगलुरु स्मार्ट सिटी में काम पाने के लिए टेंडर के साथ में लखनऊ स्मार्ट सिटी का लेटर लगाया.
वेरिफिकेशन में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
इस लेटर में बताया गया कि, कंपनी ने लखनऊ में सफलतापूर्वक काम पूरा किया है. बंगलुरु स्मार्ट सिटी ने जब लेटर को वेरिफिकेशन के लिए लखनऊ स्मार्ट सिटी को भेजा तो निजी कंपनी का फर्जीवाड़ा सामने आया. असल में लखनऊ स्मार्ट सिटी ने अपने लेटर में कंपनी को लिखकर दिया था काम प्रगति पर है. लेकिन कंपनी ने फर्जीवाड़ा कर लेटर में काम पूरा होने की बात लिखकर बंगलुरु में लगाया. लखनऊ स्मार्ट सिटी में अब इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने पर भी विचार चल रहा है.
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