कोरोना के कहर से बचने के लिये मेरठ में सख्त किया गया लॉकडाउन...बाहर निकले तो होगी कार्रवाई
मेरठ में कोरोना घातक रूप लेता जा रहा है। प्रशासन अब लॉकडाउन को और सख्त बनाने के कवायद में जुट गया है। इस कड़ी में जिला प्रशासन ने गुरुवार को कंपलीट डॉकडाउन किया है।
मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले प्रशासन के लिये चिंताजनक बने हुये हैं। इसके चलते आज कंप्लीट लॉकडाउन का एलान किया गया है। जानकारी के मुताबिक सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकानें ही खुलेंगी। एबीपी गंगा ने जिला प्रशासन द्वारा उठाये गए इस कदम को लोग कितना मान रहे इसकी पड़ताल ग्राउंड जीरो पर जाकर की। इस दौरान जो तस्वीरें सामने आईं वो पहले से कुछ अलग थीं। सड़के सूनसान, मार्केट बंद, पुलिस की चौकसी जैसी तस्वीरें राहत देने वाली थी। अबतक के पूरे लॉक डाउन में पहली बार इतने व्यापक स्तर पर लॉकडाउन का पालन मेरठ में देखने को मिला। सख्त लॉकडाउन की वजह कोरोना के बढ़ते आकड़ों को बताया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि एक प्रयोग है, अगर सफल हुआ तो प्रशासन ऐसे कदम आगे भी उठायेगा।
मेरठ में कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए ज़िला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। 14 मई यानि कि गुरुवार को पूरे जनपद में कम्प्लीट लॉकडाउन का एलान किया गया। गुरुवार को केवल दूध की डेयरी और मेडिकल स्टोर ही खुले रहेंगे। जबकि फल सब्जी और किराने की दुकान से लेकर दूसरे बाज़ारों में संचालित अन्य मंडिया पूरी तरह से बंद रहेंगी। इसके अलावा किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं होगी।
डीएम अनिल ढींगरा ने साफ कहा कि गुरुवार को पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा। अगर कोई भी घरों से बाहर निकला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। जागृति विहार स्थित अस्थाई मंडी कल शाम 7:00 बजे के स्थान पर रात्रि 10:00 बजे से साधारण रूप से संचालित रहेगी। खाद्य पदार्थों की डोर टू डोर डिलीवरी भी कल स्थगित रहेगी। केवल दवाइयों का उत्पादन करने वाली इंडस्ट्रीज, शुगर मिल एवं टायर ट्यूब का उत्पादन करने वाली सतत प्रक्रिया की इंडस्ट्रीज के अलावा सभी औद्योगिक इकाइयां बंद रहेंगी। कम्युनिटी किचन और आवश्यक सेवाओं से संबंधित कार्यालय पूर्व की भांति खुलेंगे।