Meerut Roadways Bus: रोडवेज की बसों में सफर करना अब सुरक्षित नहीं रह गया है. मेरठ में हुई दर्दनाक घटना तो यही गवाही दे रही है. मेरठ में एक ऐसी घटना हुई, जिसे सुनकर लोग सिहर उठे. मामूली कहासुनी पर परिचालक ने दरोगा के बेटे से मारपीट कर उसे चलती बस से धक्का दे दिया. युवक की दर्दनाक मौत हो गई. इससे कोहराम मच गया है. सवाल उठ रहा है कि क्या रोडवेज बस में सफर करना अब सुरक्षित नहीं रहा है. 


मेरठ के टीपी नगर थाना इलाके के रहने वाले जुगेंद्र सिंह यादव यूपी पुलिस में दरोगा हैं और फिलहाल सहारनपुर में तैनात हैं. उनका बेटा प्रशांत दिल्ली जल बोर्ड में नौकरी करता था. हर रोज वो घर आ जाता था. अपने दोस्त अनीश पोसवाल के साथ प्रशांत यादव घर लौट रहा था. दोनों गाजियाबाद डिपो की बस से मेरठ के लिए चले और मेरठ आ रहे थे.


आरोप है कि चालक ने दिल्ली दून हाइवे से निर्धारित रूट रोहटा रोड पर बस न मोड़कर बागपत रोड पर मोड़ दी. इसी पर परिचालक से कहासुनी हो गई. आरोप है कि परिचालक ने अपने साथी के साथ मिलकर प्रशांत से मारपीट की और उसे मलियाना फ्लाई ओवर के पास चलती बस से धक्का दे दिया, जिससे प्रशांत की दर्दनाक मैं हो गई.


परिवार पर टूट दुखों का पहाड़


प्रशांत यादव तीन बहनों का अकेला भाई था. परिजनों को जैसे ही प्रशांत की मौत की खबर मिली तो कोहराम मच गया. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. पिता तो बेटे की मौत की खबर सुनकर बेहोश हो गए. तीनों बहनें रो-रोकर बस एक ही बात कह रहीं हैं भाई तू वापिस आ जा, कहां चला गया हमारा भाई, हमारा क्या होगा, जिस सरस्वती कॉलोनी में प्रशांत रहता था वहां भी लोगों की आंखों से आंसू छलक रहे हैं. किसी को यकीन नहीं हो रहा कि प्रशांत अब इस दुनिया में नहीं रहा.


चालक और परिचालक की मनमानी पड़ती है अक्सर भारी


रोडवेज चालक और परिचालकों की मनमानी अक्सर भारी पड़ती हैं. रात के वक्त तो कई चालक और परिचालक बेपरवाह हो जाते हैं. सवारियों से मारपीट, अपनी मर्जी से बस किसी दूसरे रूट पर ले जाना आम बात है. प्रशांत के मामले में भी ऐसा ही हुआ, जब बस रोहटा रोड जानी थी तो चालक परिचालक ने आखिर उसे बागपत रोड पर क्यों मोड़ दिया और इसी लापरवाही ने प्रशांत की जान ले ली. अगर बस अपने निर्धारित रूट रोहटा रोड पर जाती तो न परिचालक से बहस होती और न उसे चलती बस से धक्का दिया जाता और प्रशांत जिंदा होता.


पुलिस की गिरफ्त में आरोपी 


जितेंद्र यादव को चलती बस से धक्का देने के बाद चालक ने बस दौड़ा दी. पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने बस को रुकवा लिया. चालक जितेंद्र, परिचालक अखिलेश और एक और परिचालक नाहर को हिरासत में ले लिया. थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रशांत के परिजनों की तहरीर पर चालक और परिचालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. चालक जितेंद्र मेरठ के सरूरपुर, परिचालक अखिलेश मैनपुरी और दूसरा परिचालक नाहर कन्नौज का रहने वाला है.


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