देहरादून, एबीपी गंगा। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क और रामनगर वन विभाग के बीच बना हाथी कॉरिडोर लगभग बंदी की कगार पर है। हाथी कॉरिडोर के बंद होने की वजह से हाथियों और इंसानों के बीच कभी भी टकराव हो सकता है। बता दें कि पहले यहां 3 हाथी कॉरिडोर हुआ करते थे जिनमें से केवल एक कॉरिडोर सही स्थिति में है और बाकी दो कॉरिडोर में से इस बार हाथियों की मूवमेंट न के बराबर रही है।


नहीं हो पा रही है हाथियों की मूवमेंट


इन कॉरिडोर के सामने या तो रिजॉर्ट बन चुके हैं या फिर गांव वाले अपनी दुकानें लगाकर बैठे हुए हैं जिसके चलते हाथी अपना मूवमेंट सही रूप से नहीं कर पा रहे हैं और हाथियों का मूवमेंट सही से नहीं होता है तो कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। इससे पूर्व भी रामनगर वन विभाग और पार्क के बीच बने नेशनल हाई-वे 121 पर हाथियों के द्वारा पर्यटकों की गाड़ियों को निशाना बनाया जा चुका है।



न हो टकराव


फिलहाल कॉर्बेट पार्क में लगभग एक हजार से अधिक हाथी हैं और आस-पास के जंगलों में 2 या 3 सौ हाथी हो सकते हैं। हाथियों की इतनी बड़ी संख्या होने से वन विभाग की जिम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं जल्द ही हाथी कॉरिडोर को लेकर कोई बड़ा फैसला विभाग को करना होगा ताकि हाथियों को सुरक्षित आने जाने का रास्ता मिल सके और मानव वन्य जीव संघर्ष की घटना न हो।