यूपी: विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का 75 नेताओं को ग्रीन सिग्नल, BJP को बूथ कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस जोर-शोर से अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं. कांग्रेस ने पहले फेज में 75 नेताओं को चुनाव की तैयारी करने को कहा है.
लखनऊ. यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कुछ ही महीनों बाद होने वाले चुनाव की तैयारी में सभी दल जुट गए हैं. कांग्रेस ने जहां कई सीटों पर अपने नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है तो वहीं, बीजेपी बूथ कमेटी की रिपोर्ट के बाद उम्मीदवारों के नाम पर विचार करेगी. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कांग्रेस और बीजेपी किस तरह से चुनाव के लिए अपनी रणनीति बना रही है.
कांग्रेस का 75 नेताओं को ग्रीन सिग्नल
कांग्रेस की तरफ से कई पूर्व विधायकों और नेताओं को चुनाव लड़ने का सिग्नल दिया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक, पहले फेज में लगभग 75 लोगों का नाम तय किया जा चुका है. इन नेताओं से मैदान में उतरकर अपनी तैयारी करने को कहा गया है.
सात में से पांच विधायकों का नाम पक्का
जिन नेताओं को ग्रीन सिग्नल दिया जा चुका है उनमें 2017 के चुनाव में जीते सात में से पांच विधायक भी शामिल है. सबसे खास बात यह है कि इसमें रायबरेली और अमेठी के उम्मीदवारों के नाम अभी नहीं है. रायबरेली से आने वाले दो विधायक राकेश प्रताप सिंह और अदिति सिंह बगावती हो चुके हैं. अब पार्टी उस सीट पर उनके विकल्पों की तलाश कर रही है.
इसके अलावा मथुरा से आने वाले प्रदीप माथुर, प्रयागराज से अनुग्रह नारायण सिंह, मिर्जापुर से ललितेश पति त्रिपाठी, सहारनपुर से इमरान मसूद, वाराणसी से अजय राय, शामली से पंकज मलिक, महाराजगंज से वीरेंद्र चौधरी, जौनपुर से नदीम जावेद, रामपुर से संजय कपूर, कानपुर से अजय कपूर, खुर्जा से बंशीलाल पहाड़िया, हापुड़ से गिरिराज सिंह के नाम शामिल हैं.
इसके अलावा 2017 के विधानसभा चुनाव में कुछ सीटों पर दूसरे और तीसरे नंबर पर आने वाले उम्मीदवारों को भी तैयारी करने के लिए पार्टी की ओर से ग्रीन सिग्नल मिल चुका है. दरअसल, इनमें से ज्यादातर वो लोग हैं जिन्हें प्रियंका गांधी की तरफ से आश्वस्त किया गया है कि चुनाव में पार्टी इन्हें मौका देगी और वह अपने क्षेत्र में काम करें.
मंत्री-विधायकों से फीडबैक ले रही बीजेपी
अब बात करते हैं सत्ताधारी बीजेपी की. बीजेपी के पार्टी दफ्तर पर लगातार बैठकें हो रही हैं. मंत्री, विधायकों से फीडबैक लिया जा रहा है. सभी को 2022 की चुनावी तैयारियों में जुटने के लिए निर्देश दिए गए हैं. बीजेपी इस बार बूथ कमिटियों से आने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही विधायकों की टिकट को फाइनल करेगी. यानी विधायकों का असली फीडबैक बूथ से जो मिलेगा उसी के आधार पर यह तय होगा कि किस विधायक को टिकट दिया जाना है और किसका टिकट काटना है.
वहीं सरकार में कैबिनेट मंत्री भी कह रहे हैं कि केवल विधायक ही नहीं बल्कि मंत्रियों की भी दावेदारी तभी पक्की होगी जब बूथ से उनका नाम पैनल में आएगा. इसे वो पार्टी की एक जरूरी प्रक्रिया बता रहे हैं.
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