UP Politics: लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में साथ चुनाव लड़ने वाले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच संभल, अडाणी और सोरोस के मुद्दे को लेकर कथित तौर पर सियासी दूरियां आ गईं थीं. दावा यह भी किया गया था कि संसद में सिटिंग अरेंजमेंट को लेकर भी कांग्रेस से सपा नाराज है. उत्तर प्रदेश स्थित मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने भी स्पष्ट किया था कि हमें न तो अडाणी के मुद्दे से वास्ता है न ही सोरोस से. हम चाहते हैं कि संसद सुचारू रूप से चले.
इतना ही नहीं आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा था कि संभल के मुद्दे पर उसे कांग्रेस का साथ नहीं मिल रहा है. ऐसे में दावा किया जा रहा था कि संसद में सपा औऱ कांग्रेस की दूरियां बढ़ रहीं हैं.
हालांकि गुरुवार को संसद परिसर से सामने आईं तस्वीरों ने यह इंगित किया है कि सपा औऱ कांग्रेस के बीच धीरे-धीरे सब कुछ फिर पटरी पर लौट रहा है. दरअसल, संसद परिसर में गुरुवार, 19 दिसंबर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी पार्टी के अन्य सांसदों के साथ गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान का विरोध कर रहे थे जो उन्होंने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के संदर्भ में राज्यसभा में दिए थे.
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इस मुद्दे पर राहुल के साथ समादवादी पार्टी के सांसद भी दिखे. सपा सांसदों में राज्यसभा सांसद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल यादव साथ दिखे. इस दौरान वायनाड सांसद प्रियंका गांधी भी नजर आईं.
बता दें INDIA Bloc ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष विरोध मार्च निकाला. उन्होंने मकर द्वार तक मार्च किया और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की.