लखनऊ: कांग्रेस ने प्रदेश मुख्यालय पर प्रजापति, कुम्हार और चित्रवंशी सम्मेलन आयोजित करके गायत्री प्रजापति के बहाने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, प्रजापति समाज का बेटा गायत्री प्रजापति जेल में बंद है, लेकिन समाजवादी पार्टी के किसी नेता ने उनका साथ नहीं दिया. समाजवादी पार्टी ने गायत्री के जरिए खनन के ठेकों में अपनों को खूब लाभ दिलाया, लेकिन प्रजापति समाज को उसके हक से वंचित रखा. 


अजय कुमार लल्लू के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता एमएलसी सुनील साजन का कहना है कि, कांग्रेस भी भाजपा की भाषा बोल रही है. दोनों पार्टियां पिछड़ों दलितों के खिलाफ है और अमीरों की सियासत करती है. 2022 में बीजेपी का भी हश्र कांग्रेस की ही तरह होने जा रहा है.
 


उपेक्षित है प्रजापति समाज


अजय कुमार लल्लू का कहना है कि, प्रजापति समाज निर्माण करने वाला और देश को जोड़ने वाला समाज है लेकिन पिछले 30 साल से समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने इस समाज को उपेक्षित रखा. प्रजापति समाज के लिए कोई योजना नहीं बनाई. उन्हें सत्ता में भागीदारी भी नहीं दी गई. अब प्रजापति समाज कांग्रेस से बड़े उत्साह और जोश से जुड़ा है. 2022 के चुनाव में प्रजापति समाज कांग्रेस को मजबूती के साथ आशीर्वाद देने जा रहा है. 


सपा ने गायत्री प्रजापति का साथ नहीं दिया


उन्होंने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति खनन मंत्री थे और आज जेल में हैं. ऐसे में सपा के किसी नेता ने उनका साथ नहीं दिया. क्योंकि वह प्रजापति समाज के व्यक्ति हैं. अति पिछड़े समाज के व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा कि, गायत्री पर खनन का आरोप लगा उन्हें जेल भेजा गया लेकिन उन्होंने यह काम अकेले नहीं किया था. सरकार के लोग भी इसमें शामिल थे. 


कांग्रेस देगी समान भागीदारी


समाजवादी पार्टी ही नहीं बसपा सरकार में भी खनन के नाम जमकर लूट हुई. लल्लू ने कहा कि निषाद का मूल अधिकार है नदी, नाले, मिट्टी, बालू जिसे सरकारों ने छीन लिया. कांग्रेस अब प्रजापति, कुम्हार और निषाद जैसे उपेक्षित समाज के लोगों की भलाई और उत्थान के लिए काम करेगी. उन्होंने कहा कि इन समाज के लोगों को समान भागीदारी देते हुए कांग्रेसी आगे बढ़ेगी. 


कांग्रेस पर सपा का पलटवार


लल्लू के बयान पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता एमएलसी सुनील साजन ने कहा कि, कांग्रेस और भाजपा दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों पिछड़ों-दलितों और संविधान के खिलाफ हैं. अमीरों को और अमीर करते-करते कांग्रेस खुद गरीब हो गई है. दोनों ही पार्टियां गरीबों के लिए नहीं अमीरों के लिए काम करती हैं और 2022 में बीजेपी का हश्र कांग्रेस की तरह होने जा रहा है.


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