लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग में हुये फंड घोटाले को लेकर कांग्रेस ने राज्य के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि पीएफ की राशि डीएचएफएल में निवेश करने का मुद्दा केवल भ्रष्टाचार ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से भी जुड़ा है। ऊर्जा मंत्री को बताना चाहिए कि वह सितंबर-अक्टूबर 2017 में दुबई क्यों गए थे और किससे मिले थे?


हालांकि ऊर्जा मंत्री  ने कहा कि कांग्रेस निराधार बात कर रही है। यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा सितंबर अक्टूबर 2017 में दुबई क्यों गये थे और वहां उनकी किन किन लोगों से मुलाकात हुई थी? इस ट्वीट को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू ने री-ट्वीट किया ।

लल्लू ने आज खुद एक ट्वीट करते हुये कहा, 'बिजली कर्मचारियों के पीएफ की राशि डीएचएफएल में निवेश करने का मुद्दा केवल भ्रष्टाचार ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से भी जुड़ा है। ऊर्जा मंत्री बताएं कि वह दुबई क्यों गए थे? किससे मिले थे?' गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों की पीएफ के करीब 2,600 करोड़ रुपये का कथित तौर पर अनियमित तरीके से निजी संस्था डीएचएफएल में निवेश किए जाने का खुलासा हुआ है। सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। केंद्रीय एजेंसी के जांच अपने हाथ में लेने तक आर्थिक अपराध शाखा इसकी तफ्तीश कर रही है।

इसके बाद से ऊर्जा मंत्री विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं । दो दिन पहले कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने ट्वीट कर इस घोटाले को लेकर मंत्री को हटाने की मांग की थी । उन्होंने कहा था कि यूपी पावर कार्पोरेशन में इतने बड़े घोटाले के बाद क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऊर्जा मंत्री को उनके पद से हटायेंगे ।

प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीमान लल्लू मीडिया में प्रसिद्धि के लिए बचकाने और मनगढ़ंत आरोपों पर उतर आए हैं।’’ उन्होंने कहा कि वह आज तक किसी विदेश दौरे पर गए ही नहीं हैं। किस आधार पर लल्लू ऐसा निराधार आरोप लगा रहे हैं। उन्हें लगता है कि अपने झूठ के दम पर वह चर्चा में आ जाएंगे।