देहरादून. उत्तराखंड में वैक्सीन की कमी के कारण 18 साल की उम्र से अधिक लोगों का टीकाकरण अभियान ठप पड़ा हुआ है. जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग के पास 18+ के लिए वैक्सीन नहीं है तो वहीं दूसरी ओर कुछ प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन लगा रहे हैं. निजी अस्पतालों में वैक्सीन के लिए लोगों से 800 रुपये लेकर 1200 रुपये तक वसूले जा रहे हैं. वहीं, वैक्सीन की कमी पर विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है.


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार ने पूरे प्रदेश में युवा वर्ग के लिए वैक्सीनेशन मुफ्त में कराने का वादा किया, लेकिन अपने वादे पर सरकार खरी नहीं उतर पा रही है. प्रीतम ने कहा कि आज लोग वैक्सीन के लिए प्राइवेट अस्पताल में 800 से 1200 रुपये देने को मजबूर हैं. वैक्सीन को लेकर युवा वर्ग उत्तराखंड में निराश है. 


हालांकि, प्राइवेट अस्पतालों में लगायी जा रही वैक्सीन के सवाल पर डीजी हेल्थ तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन लगाने के लिए छूट दी है. उधर, सरकार के शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि वैक्सीन जल्द से जल्द उपलब्ध हो सके. सुबोध उनियाल ने कहा कि ग्लोबल टेंडर भी सरकार ने किया है ऐसे में उम्मीद की जा सकती है की जल्द ही वैक्सीन उपलब्ध हो जायेगी.


टीकाकरण में बड़ी गिरावट
उत्तराखंड में कोरोना टीकाकरण में बड़ी गिरावट आयी है. अप्रैल में 13,38,530 लोगों का टीकाकरण हुआ जबकि मई में 8,33,149 लोगों का टीकाकरण हुआ. अप्रैल की तुलना में मई में 5,05,381 टीके कम लगे. मई महीने में करीब 38 फीसदी कम टीकाकरण हुआ.


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