UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस कमेटी ने 2 लाख पदाधिकारियों को ट्रेनिंग देने के लिए चार किताबें छपवाईं हैं. इसमें से एक किताब प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने खुद लिखी है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने 'जिम्मेदार कौन' शीर्षक से एक पुस्तिका लिखी है जिसे उन्होंने कोरोना संकट के दौरान मोदी सरकार की लापरवाहियों का एक दस्तावेज बताया है. पुस्तिका में वैक्सीन संकट, ऑक्सीजन संकट, वैक्सीन वितरण का संकट, अस्पतालों में बेड का संकट, आंकड़ों का झूठ व सरकारी दिवालियापन, नेतृत्व का संकट जैसे शीर्षक में तमाम आंकड़े देते हुए जनता की तरफ से सरकार से कुछ जरूरी सवाल भी पूछे जाने की आवश्यकता जताई है. इस पुस्तिका में भारत सरकार के कोरोना प्रबंधन पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) की तरफ से जारी श्वेत पत्र भी शामिल है. इसके अलावा कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार को क्या करना चाहिए था? यह सुझाव भी दिया गया है.


'हम कांग्रेस के लोग' शीर्षक वाली पुस्तिका में कांग्रेस को लेकर दुष्प्रचार का आरोप लगाया गया है. इस पुस्तिका में लेखक ने दुष्प्रचार के 14 बिंदु का जिक्र करते हुए सच्चाई पेश की है. पुस्तिका में भाजपा राष्ट्रवादी पार्टी है और कांग्रेस देशद्रोहियों का समर्थन करती है, नेहरू ने पटेल को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया, कांग्रेस ने देश में 70 सालों में कुछ नहीं किया, गांधी जी ने भगत सिंह की फांसी रुकवाने के लिए कुछ नहीं किया, कश्मीर में 370 लागू करके नेहरू ने उसे भारत से अलग-थलग रखा, कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, पाकिस्तान पर कांग्रेस का रुख नरम है, कांग्रेस ने आतंकवादियों को बिरयानी खिलाई, कांग्रेस सेना के बारे में कुछ नहीं सोचती, कांग्रेस में सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और स्वतंत्रता आंदोलन के अन्य नेताओं को महत्व नहीं दिया, कांग्रेस के अध्यक्ष केवल गांधी नेहरू परिवार से आते हैं, कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया है, जैसे आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया गया है. इसके अलावा अधिकार विचारधारा और विकास को लेकर अपनी पार्टी और भाजपा के काम की तुलना की गई है.


बसपा, भाजपा और सपा को कटघरे में खड़ा किया गया है


'किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश' शीर्षक वाली पुस्तिका में बसपा, भाजपा और सपा को कटघरे में खड़ा किया गया है. प्रदेश में पिछले 32 सालों के शासन में विकास के पिछड़ने और गुंडागर्दी, अपराध, भ्रष्टाचार, कुपोषण में नंबर वन होने की बात कही गई है. कोरोना काल, क्रूर सरकार, जनता में मचा हाहाकार, युवाओं से रोजगार और भर्तियों के नाम पर छलावा, किसानों की दुर्दशा, भाजपा सरकार की हवाई बातें और जमीनी हकीकत, महंगाई की मार, अर्थव्यवस्था बंटाधार, महिला सुरक्षा का बुरा हाल, सपा का कुशासन, बसपा का कुशासन जैसे शीर्षकों के जरिए तस्वीर दिखाने की कोशिश की गई है.


'भारत और भारतीयता के खिलाफ' शीर्षक वाली पुस्तिका में आरएसएस और भाजपा को कटघरे में खड़ा किया गया है. स्वतंत्रता संग्राम, आजादी के प्रतीकों का विरोध, भाजपा और आरएसएस के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति विचार, भाजपा गरीब विरोधी है, सामाजिक न्याय विरोधी भाजपा, भाजपा का भ्रष्टाचार, महिलाओं के प्रति आरएसएस और भाजपा के विचार, भाजपा की आर्थिक नीति और वर्तमान आर्थिक हालात, मोदी सरकार की विदेश नीति जैसे शीर्षकों से कांग्रेस ने अपनी बात रखी है.


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