UP News: 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ (I.N.D.I.A.) पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा की गई टिप्पणी पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) के बाद कांग्रेस (Congress) नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod) ने प्रतिक्रिया दी है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "INDIA को “इंडियन”, मुजाहिदीन से जोड़ना बेहद “दुर्भाग्यपूर्ण” है. अगर ये बयान “विपक्ष” के किसी नेता ने दिया होता तो उसे “देश द्रोही” घोषित कर दिया जाता." वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री पर को टिप्पणी नहीं करूंगी, मैं उनके कुर्सी की इज्जत करती हूं. उनकी पार्टी द्वारा और उनके द्वारा जितने भी भाषण दिए गए हैं 2014 से लेकर आज तक उसमें सभी जवाब मिल जाएंगे."
क्या बोले पीएम मोदी?
दरअसल, मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के बने 'इंडिया' गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये पूरा विपक्ष दिशाहीन है. I.N.D.I.A. ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा है. इंडियन मुजाहिद्दीन और पीएफआई के नाम में भी इंडिया का नाम आता है. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी की बैठक में कहा कि विपक्ष के व्यवहार से लगता है कि उसने लंबे समय तक विपक्ष में बने रहने का फैसला कर लिया है."
पीएम मोदी के इस बयान से बाद बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "विपक्ष मान चुका है कि उन्हें सत्ता में नहीं आना. पीएम ने एक टिप्पणी की है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस अंग्रेज ने बनाया था. ईस्ट इंडिया कंपनी भी अंग्रेजों ने बनाया था. आज कल लोग इंडियन मुजाहिद्दीन भी नाम रखते हैं, इंडियन पीपुल्स फ्रंट भी नाम रखते हैं."
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "1885 में कांग्रेस का गठन हुआ तो अंग्रेजों ने किया। हमने पीपुल्स फ्रंट को बैन किया वो भी खुद को इंडिया कहते हैं. आज के समय में इंडिया का नाम जोड़ने का जो फैशन है वह अर्बन-नक्सलवाद से संबंधित है वे खुद को वैध करने के लिए इंडिया नाम जोड़ देते हैं और यह सभी अर्बन नक्सलवादी हैं."