Dehradun: बद्री केदारनाथ मन्दिर समिति (बीकेटीसी) के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत पर प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत ने जांच की सहमति भी दे दी है. इसके बाद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पत्रकार वार्ता कर आरोपों पर सफाई देते हुए पूरे मामले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच की मांग की है. गणेश गोदियाल का कहना है कि शिकायतकर्ता और मंत्री ने सोची समझी साजिश के तहत आरोप लगाने का काम किया है, जिनके खिलाफ मैं अदालत का दरवाजा खटखटाने का काम करूंगा. वहीं, अगर मुख्यमंत्री पूरे मामले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच नहीं कराते हैं तो फिर मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देने का भी काम करूंगा.
रावत बोले- गोदियाल साफ छवि के नेता
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गणेश गोदियाल पर जो आरोप लगे हैं उसका सिटिंग जज की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन कर जांच कराई जानी चाहिए. इसके साथ ही गोदियाल ने जो आरोप लगाए हैं, उस मामले पर भी हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराई जानी चाहिए, क्योंकि गणेश गोदियाल साफ और स्वच्छ छवि के राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. ऐसे में गणेश गोदियाल पर जो आरोप लगाया गया है कांग्रेस एकजुट होकर इसका विरोध करेगी.
गोदियाल और कांग्रेस की छवि धूमिल करने की कोशिश
वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने कहा कि गणेश गोदियाल पर आरोप लगाकर, कांग्रेस और गोदियाल की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है. करन मेहरा ने आगे कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने पूरे कार्यकाल के दौरान एक रुपए का भी मानदेय न लिया हो उस पर 10 लाख रुपए के घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है. यही वजह रहा है कि गोदियाल ने बिंदुवार अपना स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस गोदियाल के साथ खड़ी है.
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