Uttarakhand News: हरक सिंह रावत के करीबी ने बताई ED के छापों की 'वजह' बीजेपी पर उठाए ये सवाल
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में उनके ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की.
Harak Singh Rawat News: उत्तराखंड में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा. ईडी के इस एक्शन पर कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के पूर्व पीआरओ विजय सिंह चौहान ने कहा कि मुझे लगता है कि यह (ईडी छापे) राजनीति से प्रेरित है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उनके लोकसभा चुनाव में हरिद्वार से चुनाव लड़ने की संभावना है और सर्वे के मुताबिक वह जीत सकते हैं.
बता दें उत्तराखंड में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में उनके ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी कर रही है. इन तीन राज्यों के 16 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है. ईडी की यह छापेमारी दो अलग-अलग मामलों में चल रही है, जिसमें एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है और दूसरा एक अन्य जमीन घोटाला है.
पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने हरक सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी. इसके बाद बुधवार सुबह ईडी ने हरक सिंह के ठिकानों पर रेड डाली है. फारेस्ट लैंड सकैम्प में ईडी ने हरक सिंह के साथ कई और लोगों के 10 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है.
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अवैध निर्माण मामले में भी ईडी ने छापेमारी की
कॉर्बेट के ढिकाला क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध पेड़ कटान व अवैध निर्माण मामले में भी ईडी ने छापेमारी शुरू की है. जानकारी के अनुसार, कुल 12 ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है. इस मामले में संलिप्त कुछ फारेस्ट अधिकारियों और आईएफएस के आवासों पर भी रेड पड़ी है.
हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, कॉलेज व अन्य संस्थानों पर ईडी सुबह से ही डेरा जमाए हुए है
बता दें कि साल 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने अपने कैबिनेट और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हरक सिंह रावत को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद हरक सिंह रावत विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए. साल 2016 में हरक सिंह रावत सहित कुल 10 विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ बगावत की थी और भाजपा में चले गए थे.