देहरादून. कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के प्रदर्शन का आज 41वां दिन है. दिल्ली समेत तमाम राज्यों में किसान केंद्र सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. सोमवार को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच बैठक भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. दोनों पक्षों के बीच 8 तारीख को एक बार फिर बैठक होगी. उधर, किसान आंदोलन के मुद्दे पर विपक्ष भी केंद्र सरकार पर हमला करने से नहीं चूक रहा है. विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे पर केंद्र पर हमलावर है.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने भी केंद्र को आड़े हाथ लिया है. हरीश रावत ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार अनदेखी कर रही है. इसी कारण अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की जिद के चलते किसान सड़कों पर मर रहा है. केंद्र सरकार सिर्फ सोई हुई है जिसके चलते कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि कृषि कानून बिल किसानों को थोपने का काम सरकार कर रही है जिसके चलते आने वाले दिनों में केंद्र सरकार को मुंह की खानी पड़ेगी.
बीजेपी का पलटवार
वहीं, हरीश रावत के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट का कहना है कि किसानों के हित में लाए गए कृषि कानून को लेकर कांग्रेस भ्रम फैलाने का काम कर रही है और यह कानून किसानों के हित में है.
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