रामपुर. कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी और भोपाल के कांग्रेस विधायक सपा सांसद आजम खान के समर्थन में रामपुर पहुंचे. कांग्रेस नेताओं ने यहां पहुंचकर आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा से मुलाकात की. पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने जमकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी को विश्वविद्यालयों का विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार को विश्वविद्यालयों से हमेशा तकलीफ रही है. फिर चाहे वह एएमयू, जामिया यूनिवर्सिटी, जेएनयू या जौहर यूनिवर्सिटी हो. उन्होंने कहा हम लगातार इसका विरोध करेंगे.
बदले की भावना से काम कर रही सरकार
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा "योगी सरकार आजम खान के खिलाफ बदले की भावना से काम कर रही है. मैं रामपुर में आजम परिवार के दुख में शामिल होने आया हूं. जौहर यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए मैं पूरी कोशिश करूंगा. देश के नौजवान को इस यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए खड़ा होना चाहिए. क्योंकि ये सिर्फ आजम खान की नहीं बल्कि पूरे धेस और समाज की यूनिवर्सिटी है. सरकार इसे बर्बाद करने में तुली हुई है."
उन्होंने आगे कहा, "अगर ये सरकारी जमीन है भी तो अच्छे काम में उसका इस्तेमाल हो रहा है. उस जमीन को बदले की भावना से आप वापस ले लेते हैं तो आप यूनिवर्सिटी बंद कर देना चाहते हैं. हम नहीं चाहते कि शिक्षा का मंदिर बंद हो. 10 महीने तक 70 साल की बुजुर्ग महिला को सरकार ने जेल में रखा. उनके दर्द की दास्तां सुनकर मेरी आंखें नम हो गई. ये बहुत दुखद स्थिति है. राजनीतिक बदले की भावना में सरकार को इस हद तक नहीं जाना चाहिए. यह अपने आप में पहला उदाहरण हैं कि देश में सरकार एक व्यक्ति से लड़ते-लड़ते उसके परिवार और बनाए गए संस्थान पर हमलावर हो गई."
वहीं, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा, "मेरा आजम भाई से 25 साल पुराना नाता है. आजम पर राजनीतिक दुर्भावना से हमले हो रहे हैं. हम लोगों को उठकर खड़े होना चाहिए. मैं सियासी दलों से भी अपील करूंगा कि सबको उनके लिए खड़ा होना चाहिए. आजम खान साहब ने कोई गुनाह नहीं किया है. उन्होंने संविधान के दायरे में सारा काम किया है."
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