कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद का सीएम योगी को पत्र, लिखा-परशुराम जयंती पर रद्द अवकाश फिर बहाल हो
यूपी के सियासत में राम अपरिहार्य रहेंगे. अब सियासी दलों को परशुराम की याद आ रही है. सपा, बसपा और अब कांग्रेस इसके सहारे प्रदेश की चुनावी वैतरणी पार करने के प्रयास में जुट गयी है.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की सियासत में अचानक ब्राह्मणों को रिझाने की होड़ सी मच गयी है. राम के बाद अब सियासी दलों को परशुराम याद आ रहे हैं. बहुजन समाजवादी पार्टी, समाजवादी पार्टी के बाद कांग्रेस ने भी ब्राह्मण मतदाताओं का ध्यान खींचने के लिये एक कदम बढ़ाया है. सोमवार को कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है. इसके माध्यम से उन्होंने परशुराम जयंती पर रद्द अवकाश को फिर से बहाल करने की मांग की है.
अपने पत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने लिखा है कि भगवान परशुराम विष्णु भगवान के छठे अवतार कहे जाते हैं. इसी कारण वह ब्राह्मण सामज की आस्था का प्रतीक हैं.
प्रदेश में भगवान परशुराम जयंती का अवकाश रद्द होने से ब्राह्मण समाज में काफी आक्रोश है. यही नहीं, उन्होंने आगे लिखा कि भगवान शिव के प्रिय परशुराम जी को न्याय के देवता का अधिकार दिया था. जिस कारण ब्राह्मण समाज व अन्य लोगों में भगवान परशुराम के प्रति आस्था है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने लिखा कि हर वर्ष परशुराम जयंती के दिन राजकीय अवकाश होता था लेकिन आपकी सरकार ने इसे रद्द कर दिया. जितिन प्रसाद ने आगे लिखा कि ब्राह्मण समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुये, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस अवकाश को पुन: बहाल किया जाये.
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