Pasmanda Muslim News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को पसमांदा और बोहरा मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने के लिए कहा. इसी बीच पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बीजेपी के साथ पसमांदा समाज को जोड़ने को लेकर और 2024 के चुनाव में इसके प्रभाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. जब उनसे पूछा गया कि पसमांदा मुसलमान बीजेपी की तरफ तेजी से चल रहा है, इसको कांग्रेस कैसे रुकेगी.


इस सवाल पर उनका कहना है कि हमें कुछ रोकने की जरूरत नहीं है बीजेपी को अपने सांसदों को अपने विधायकों को रोकने की जरूरत है. उनको भाईचारा पैदा करने की जरूरत है, उनके सांसद उनके मंत्री कहते हैं कि चुन-चुन के मारो इस बात पर सबसे पहले बीजेपी को लगाम लगाने के साथ-साथ ऐसे सांसद ऐसे विधायक ऐसे मंत्री जो यह भाषा इस्तेमाल करते हैं उनको रोके उनके खिलाफ कार्रवाई करें. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ तुम्हारे सांसद चुन-चुन के मारने की बात करते हैं दूसरी तरफ जोड़ने की बात करते हैं यह कैसे संभव है. हम तो नफरत छोड़ने की बात करते और भारत जोड़ने की बात करते हैं. महंगाई और  बेरोजगारी दूर करने की बात करते हैं, हम महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं किसानों के हित की बात करते हैं.


कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने कभी ना चुन-चुन के मारने की राजनीति की है न करते हैं. जो लोग यह कहते हैं कि जाति विशेष को चुन-चुन कर मारो वह आदमी किसी को जोड़ने की और उसी जाति को जिसको मारने के बाद की जाती है उसको जोड़ने की बात कैसे कह सकता है. उन्होंने कहा कि पसमांदा किसे कहते हैं ये उन्हें पता ही नही है. पसमांदा उसको कहते हैं चाहे वह किस जाति का हो, चाहे जिस धर्म का हो, चाहे जिस वर्ग का हो चाहे जिस समुदाय का हो जिसकी उपेक्षा हुई हो जिसका हक मारा गया उसे पसमांदा कहते हैं. इससे हिंदू मुसलमान का मतलब नहीं है, इसका शाब्दिक अर्थ है कि जिसकी उपेक्षा हुई हो और जिस का हक मारा गया हो वह पसमांदा है.


मुखौटा लगाकर काम करना बंद करें


पूर्व मंत्री ने कहा साल 2024 में इसका फर्क पड़ेगा कि नहीं यह अपने आप पता चल जाएगा. बीजेपी पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मुखौटा लगाकर काम करना बंद कर देना चाहिए, नकली चेहरा सामने लाकर असली चेहरा छुपा रहे हैं यह बंद कर देना चाहिए. वहीं नसीमुद्दीन ने दलितों के आजाद समाज पार्टी चंद्रशेखर के साथ जुड़ने के मामले में कहा कि कोई भी वोट किसी की जागीर नहीं है. दलितों का अपना फैसला है मुसलमानों का अपना फैसला है और हिंदुओं का अपना फैसला है. 


चंद्रशेखर पर भी कसा तंज


कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भागीदारी की बात आती है, जब उनकी उपेक्षा की बात आती है तो उसका विरोध में करता हूं फिर दलित और पिछड़ा, मुस्लिम कोई भी हो लेकिन जब वोट की बात आती है तब मैं यह नहीं करता हूं. मैं सब की बात करता हूं सबको लेकर चलता हूं, उन्होंने कहा कि पिछले 2 चुनाव में पता चल गया है कि कितने दलित चंद्रशेखर के साथ हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चंद्रशेखर को 2019 लोकसभा चुनाव और 2022 विधानसभा चुनाव में कितने प्रतिशत वोट मिला है. दिल बहलाने के लिए ख्याल अच्छा है दिल बहलाइये और खुश रहिए.


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