Gorakhpur News Today: लखनऊ में बुधवार (18 दिसंबर) को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान युवा नेता प्रभात पांडेय की मौत हो गई. गुरुवार (19 दिसंबर) को गोरखपुर के देईपार गांव के रहने वाले कांग्रेस के युवा नेता प्रभात पांडेय का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए.
इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के पहुंचने से पहले उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की. बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ता आमने सामने आ गए. अजय राय के पहुंचने पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे
बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने अजय राय और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर गला दबाकर प्रभात पांडेय की हत्या का आरोप लगाया. भारतीय जनता पार्ट के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 'अजय राय वापस जाओ' के नारे लगाए. दूसरी तरफ अजय राय ने पुलिस पर बर्बरता की वजह से प्रभात पांडेय की मौत होने का दावा किया.
गोरखपुर के देईपार के रहने वाले प्रभात पांडेय का शव गुरुवार की सुबह 9 बजे गांव से सहजनवा के कालेसर मोक्ष धाम पर पहुंचा. इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय घाट पर पहुंचे तो उन्हें रोकने की कोशिश की गई.
अजय राय का पुलिस पर गंभीर आरोप
भारी पुलिस बल के बीच कांग्रेस बीजेपी कार्यकर्ताओं में धक्का- मुक्की के बावजूद अजय राय कांग्रेस के युवा नेता प्रभात पांडेय के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. अंतिम संस्कार के वक्त शव के सामने जमीन पर लेट कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रशासन पर बर्बरता की वजह से प्रभात पांडेय की मौत का आरोप लगाया.
कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं ने प्रभात पांडेय के अंतिम संस्कार से पहले ही घाट पर जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मौत कैसे हुई है इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. वे यहां पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आए हैं और उनका विरोध किया जा रहा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें रोका जा रहा है.
अजय राय ने कहा कि मोक्ष धाम पर इस तरह की राजनीति बीजेपी कर रही है आप इसे खुद देख सकते हैं. बीजेपी के कार्यकर्ता जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, वह पूरी तरह से निराधार है. प्रदर्शन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. जब वे लोग कार्यालय पर पहुंचे तो तुरंत कार से प्रभात पांडेय को अस्पताल ले जाया गया. वे अपने कार्यकर्ता को श्रद्धांजलि देने आए हैं और उनका बीजेपी द्वारा विरोध किया जा रहा है.
मृतक के चाचा ने मांगा इंसाफ
कांग्रेस के युवा नेता 31 वर्षीय प्रभात पांडेय की बुधवार को कांग्रेस के विरोध के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी. कांग्रेस कार्यालय से जब उन्हें शाम 5 बजे अस्पताल ले जाया गया, तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. प्रभात पांडेय के पार्थिव शरीर को देर रात पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया. पोस्टमार्टम की बाकायदा वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
फोरेंसिक टीम के साथ डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी वहां मौजूद रहे. प्रभात पांडेय का शव देईपार पहुंचते ही घर पर मातम पसर गया. मृतक के चाचा मनीष पांडेय ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और लोगों से अपील की है कि वह इस पर राजनीति न करें. उन्होंने अपने घर का बच्चा खोया है, उन्हें न्याय चाहिए कि आखिर उसकी मौत कैसे हुई?
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