नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि देश में एक बार फिर से बढ़ रहे कोरोना संकट के बीच बच्चों को परीक्षा में बैठने को लेकर विवश करने के लिए सीबीएसई जैसे बोर्ड जिम्मेदार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा रद्द की जाए या फिर ऐसी व्यवस्था की जाए कि बच्चों को भीड़ वाले परीक्षा केंद्रों पर जाने की जरूरत न पड़े.


कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर से हमारे देश को अपनी चपेट में ले रहा है. ऐसे में परीक्षा का दबाव डालने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा. हमारी शिक्षा व्यवस्था को अपने रुख में व्यापक बदलाव करने की जरूरत है और बच्चों के प्रति संवेदनशीलता तथा करुणा का भाव दिखाना चाहिए, न कि इस बारे में सिर्फ सम्मेलनों एवं संगोष्ठियों में बात की जानी चाहिए.’’ प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा हालात में बच्चों को परीक्षा में बैठने के वास्ते विवश करने के लिए सीबीएसई जैसे बोर्ड पूरी तरह जिम्मेदार हैं.’’





उन्होंने सरकार से आग्रह किया, ‘‘बोर्ड की परीक्षाओं को या तो रद्द किया जाए या फिर इनके कार्यक्रम में बदलाव किए जाएं अथवा इस तरह से परीक्षा आयोजित की जाए कि बच्चों को भीड़भाड़ वाले किसी परीक्षा केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं हो.’’


दरअसल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 2021 की बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित संशोधित डेटशीट के अनुसार, 10वीं कक्षा की परीक्षा चार मई से सात जून के बीच होगी तो 12वीं कक्षा की परीक्षा चार मई से 15 जून के बीच आयोजित की जाएंगी.


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