सहारनपुर जा रहीं प्रियंका गांधी के हाथों में दिखी ‘तस्बीह’ और ‘माला’, दरगाह-मंदिर में माथा भी टेकेंगी
प्रियंका गांधी सहारनपुर में किसान महापंचायत में शामिल होने के साथ ही दरगाह और मंदिर में माथा भी टेकेंगी.बताया जा रहा है कि अपने एक करीबी के कहने पर प्रियंका गांधी ने ये ‘तस्बीह’ और ‘माला’ रखनी शुरू की हैं.मुसलमानों में अल्लाह को याद करने के लिए तस्बीह का इस्तेमाल किया जाता है. तस्बीह एक प्रकार की माला होती है जिसमें 100 दाने होते हैं.
सहारनपुर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस के 'जय जवान जय किसान' अभियान की शुरुआत करेंगी. इसके लिए वह सहारनपुर जा रही हैं. लेकिन वह आज जब देहरादून एयरपोर्ट पहुंची तो उनके हाथों में ‘तस्बीह’ और ‘माला’ दिखी. बताया जा रहा है कि अपने एक करीबी के कहने पर प्रियंका ने ये ‘तस्बीह’ और ‘माला’ रखनी शुरू की हैं.
दरगाह और मंदिर में माथा भी टेकेंगी प्रियंका
प्रियंका गांधी सहारनपुर में किसान महापंचायत में शामिल होने के साथ ही दरगाह और मंदिर में माथा भी टेकेंगी. सहारनपुर जिले की नकुड तहसील के चिलकाना में दोपहर दो बजे आयोजित होने वाली किसान पंचायत में प्रियंका गांधी के अलावा प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे.
प्रियंका गांधी पिछले दिनों रामपुर के बिलासपुर के किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में शामिल हुई थीं, जिसकी मौत 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर ट्रैक्टर पलटने से हो गई थी. कांग्रेस ने प्रदेश के गांव-गांव में किसान आंदोलन की रूपरेखा तय कर ली है, पार्टी हर जिले की तहसीलों के बड़े गांवों से जय जवान-जय किसान अभियान शुरू कर रही है.
प्रियंका गाँधी @priyankagandhi की ये तस्वीरें देहरादून एयरपोर्ट की हैं.वे तस्बीह (माला) हाथ में लेकर जा रही हैं सहारनपुर,आज वे वहॉं किसान महापंचायत में शामिल होने के साथ ही एक दरगाह और एक मंदिर में भी माथा टेकेंगी. अपने एक करीबी के कहने पर प्रियंका ने ये माला रखना शुरू किया है pic.twitter.com/slSXbtI7ns
— पंकज झा (@pankajjha_) February 10, 2021
क्या है तस्बीह?
मुसलमानों में अल्लाह को याद करने के लिए तस्बीह का इस्तेमाल किया जाता है. तस्बीह एक प्रकार की माला होती है जिसमें 100 दाने होते हैं. ये दाने तीन हिस्सों में बंटे होते हैं. माला के दोनों हिस्से में 33-33 दाने होते हैं, जबकि बीच वाले हिस्से में 34 दाने होते हैं. हर हिस्से को बांटने के लिए एक अलग किस्म का बड़ा दाना इस्तेमाल किया जाता ताकि अंगुलियों को ये समझ में आ जाए कि वो तस्बीह के किस हिस्से में पहुंच गया है. मौटे तौर पर ये कह सकते हैं कि तस्बीह अल्लाह की इबादत और उसके जिक्र करने में इस्तेमाल होने वाली एक तरह की माला है.
27 जिलों में शुरू हो रहा है कांग्रेस का अभियान
कांग्रेस के सूत्रों बताया कि इस अभियान के तहत पार्टी ने उन जिलों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है, जहां पर किसान सियासत का आधार रहे हैं और इस वक्त जहां किसान आंदोलन का खासा प्रभाव है. कांग्रेस का यह अभियान सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बदायूं, बरेली, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई समेत 27 जिलों में शुरू हो रहा है.
10 दिवसीय जय जवान-जय किसान अभियान में उत्तर प्रदेश और देश के कई बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे. इनमें प्रदीप जैन आदित्य, सचिन पायलट, पीएल पुनिया, प्रमोद तिवारी, राज बब्बर, हार्दिक पटेल, आरपीएन सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू प्रमुख हैं.
यह भी पढ़ें-
कासगंज: यूपी पुलिस के सिपाही की हत्या करने वाला बदमाश मुठभेड़ में ढेर, मुख्य आरोपी फरार
सरकार के आदेश पर ट्विटर का जवाब, 1178 में से 500 अकाउंट्स हमेशा के लिए किए बंद