Bareilly News: पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी
UP News: इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि साल 2017 में भोजीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इसमें कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद और मोहम्मद अतहर फारूकी को नामजद कराया गया था.
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Louise Khurshid Arrest warrant: पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद समेत दो लोगों के खिलाफ बरेली की सांसद-विधायक (एमपी-एमएलए) अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. विशेष लोक अभियोजक अचिंत्य द्विवेदी ने बृहस्पतिवार को बताया कि वर्ष 2009-10 में जिले के भोजीपुरा क्षेत्र में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद के डॉक्टर जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजन के लिए कृत्रिम अंग और उपकरण वितरण का कार्यक्रम कराया गया था.
इस कार्यक्रम में धांधली के आरोप लगने पर शासन ने मामले की जांच करायी थी, जिसमें पाया गया था कि कार्यक्रम में फर्जी मुहर और हस्ताक्षर का इस्तेमाल करके सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में वर्ष 2017 में भोजीपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें लुईस खुर्शीद व संस्था के सचिव मोहम्मद अतहर फारूकी को नामजद कराया गया था.
पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया था. अदालत ने उसके बाद कई बार समन जारी किये, लेकिन आरोपी न तो पेशी पर आए और न ही जमानत करायी. इसके बाद बुधवार को विशेष एमपी-एमएलए अदालत की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शांभवी ने इस संबंध में गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया. इस मामले में अगली सुनवाई 16 फरवरी को होगी.
बता दें कि डॉ जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट, जो सलमान खुर्शीद के दादा और भारत के तीसरे राष्ट्रपति के नाम पर है और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में पंजीकृत है. जिस पर 71 लाख रुपये के सरकारी अनुदान का दुरुपयोग करने का आरोप है. एचटी की खबर के अनुसार यह मामला साल 2012 में एक टेलीविजन समाचार चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन के दौरान सामने आया था. इस चैनल ने दावा किया कि एनजीओ ने यह प्रमाणित करने के लिए सरकारी अधिकारियों के जाली हस्ताक्षर किए कि धन का उपयोग इच्छित उद्देश्य के लिए किया जा रहा था.
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