(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Watch: पहली बार रायबरेली कब गई थीं सोनिया गांधी, उन पलों को ऐसे किया याद
UP Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने मंगलवार को एक वीडियो शेयर किया है, इस वीडियो में राहुल गांधी और सोनिया गांधी नजर आ रहे हैं. दोनों कुछ तस्वीरों पर चर्चा करते हुए पुराने पलों को याद कर रहे हैं.
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपने परिवार के दशकों पुराने रिश्ते को हर जनसभा में याद कर रहे हैं. लेकिन अब कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी एक किताब की तस्वीरों के दिखकर बात कर रहे हैं. इस दौरान सोनिया गांधी अपने पहले रायबरेली के दौरे का जिक्र कर रही हैं.
राहुल गांधी इस वीडियो में अपनी मां से पूछते हैं कि पहली बार आप रायबरेली कब गई थीं. बेटे राहुल गांधी के इस सवाल का जवाब देते हुए सोनिया गांधी कहती हैं कि 1981-82 में शुरू किया था. हमलोग मेडिकल कैंप में जाते थे. वहां बहुत सारे अच्छे डॉक्टर लोग थे. ये लोग हमेशा मदद करते थे. जब सोनिया गांधी उस पल को याद करते हुए बता रही होतीं हैं उस वक्त दशकों पुरानी तस्वीर उस वीडियो में नजर आती है.
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पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू का किया जिक्र
तब राहुल गांधी कहते हैं कि हमारे परिवार का अमेठी और रायबरेली से सौ साल का रिश्ता है. तब सोनिया गांधी कहती हैं कि पंडित जी ने 1921 से राजनीतिक जीवन शुरू किया था. एक किसान का नेता था बाबा रामचंद्र, उनको मैसेज भेजा की चलो हम मिलेंगे. उसने पंडित जी को अपना दुख बताया. राहुल के दादा फिरोज गांधी रायबरेली के सांसद थे.
इसके बाद राहुल गांधी बताते हैं कि परदादा ने रायबरेली से अपनी राजनीति शुरू की थी. उनका आंदोलन का काम रायबरेली में शुरू हुआ था. तब सोनिया गांधी बताती हैं कि फिरोज गांधी के निधन के बाद दादी इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ीं. रायबरेली में अपने दशकों पुराने दौरे को याद करते हुए सोनिया गांधी बताती हैं कि मैं गांव-गांव में जाती थी. लोगों से मिलती, उनकी बातें सुनते, अगर किसी का देहांत हो गया तो मिलती थी.
उन्होंने आगे कहा एक बार सुखा था तो हमेशा ही मैं वहां गांव में जाती थी. उन्होंने मुझे स्वीकार किया. उन लोगों के साथ बेटी और बहू का रिश्ता था. तब राहुल गांधी बताते हैं कि 1982 में पापा ने वहां बहुत विकास का काम किया. बहुत सड़क बनीं और रायबरेली में दादी ने विकास का बहुत काम किया था तो रायबरेली अमेठी से थोड़ा आगे निकल गई थी.