Rahul Gandhi Muslim League Secular Statement: मुस्लिम लीग को सेक्युलर बताने वाले राहुल के गांधी के बयान और बीजेपी की बयानबाजी पर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा की मुझे यह कहते बहुत शर्म आती कि बीजेपी के लोगों को इतिहास का ज्ञान नहीं. वह भूल गए कि आडवाणी जी जो उनके सबसे पुराने मेंबर हैं वह गए थे जिन्ना की मजार पर. उन्होंने वहां फूल चढ़ाएं और जिन्ना को सेक्युलर कहा. तो क्या कहना चाहते हैं जिन्होंने जिन्ना को सेक्युलर कहा, जो मुस्लिम लीग का फाउंडर मेंबर था तो क्या अडवाणी जी के मानसिक संतुलन पर भी सवाल उठाने जा रही है बीजेपी? स्पष्ट करें कि अगर वह आडवाणी जी की विचारधारा से सहमत नहीं तो अब तक चुप क्यों थे? दोहरी विचारधारा के साथ नहीं चल सकता.


कांग्रेस शासनकाल में लागू हुई इमरजेंसी को लेकर बीजेपी की तरफ से जो डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई जानी है उसे लेकर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा जो आपातकाल इनको याद आ रहा है वह एक समय था जो बीत गया. इनको इसलिए याद आ रही, इसलिए फिल्म अब बनी क्योंकि बीजेपी को पता है कि अघोषित इमरजेंसी जो उनके समय में लगी है पहले बात कुछ लोगों तक सीमित थी लेकिन आज जनता यह बात कह रही. जिस तरह से सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स के छापे पहले बड़े लोगों पर पढ़ते थे फिर राजनेताओं और बिजनेस हाउस पर पड़ते थे अब छोटे लोगों पर भी पड़ने लगे हैं. आज जो छोटा बिजनेस मैन है वह जीएसटी के पीछे इतना परेशान है कि अगर जीएसटी नहीं दे पा रहा तो उसके खिलाफ मुकदमा लिख दिया जा रहा. आज अगर नौजवान रोजगार के लिए सड़क पर धरना करता तो उसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा लिखा दिया जाता है. सरकारी कर्मचारी अगर अपनी बात कहने के लिए मांग को पूरा करने के लिए आंशिक हड़ताल भी करते हैं तो उनके खिलाफ बड़े कानून दिखाकर उन को ब्लैकमेल किया जाता है. इसी अघोषित आपातकाल को जिसकी चर्चा जनता में होने लगी है बीजेपी अब अपने को बचाने के लिए, फेस सेविंग के लिए एक प्रोपेगेंडा उस समय की पिक्चर लाकर कर रही है. वह एक वक्त था जो बीत गया आज जो लोग प्रताड़ित है जो अघोषित इमरजेंसी देख रहे उसका जवाब बीजेपी को देना पड़ेगा.


अमेरिका में दिए राहुल गांधी के जिस बयान को लेकर बीजेपी निशाना साध रही है उस पर आराधना मिश्र ने कहा कि राहुल गांधी पर हमें गर्व है जिन्होंने सीना ठोक कर इस देश की संसद में प्रधानमंत्री के सामने उनको ललकारते हुए अदानी को लेकर सवाल पूछा था. जिसका जवाब आज तक नहीं दिया बीजेपी ने. उनके जो भी सवाल थे वह सारे सवाल राहुल गांधी ने यहां भी पूछे जो विदेशी धरती पर पूछा है. बात सिर्फ इतनी थी कि जब यहां सवाल पूछे तो इन लोगों ने खिसियाहट में आकर उनकी सदस्यता खत्म कर दी ताकि वह संसद ना जा पाए और सवाल ना पूछते रहे.


दो करोड़ रोजगार का किया था वादा 


बीजेपी के इंटरनल सर्वे में यूपी की कई लोकसभा सीटें रेट जोन में होने पर आराधना मिश्रा ने कहा की अगर पिछले 9 वर्ष का कार्यकाल देखे तो कोई एक ऐसा मुद्दा तो होना चाहिए बीजेपी ने जिसे 2014 में उठाया और उसे पूरा कर पाई. ना किसी के खाते में 15 लाख आए, ना काला धन वापस आया. हां नीरव मोदी, ललित मोदी, माल्या इस देश का पैसा लेकर चले गए. इन्होंने दो करोड़ रोजगार का वादा किया था लेकिन आज सड़क पर बेरोजगार नौजवान टहल रहा. आज सरकार के गलियारे में बड़े-बड़े करप्शन हो रहे जिस पर प्रधानमंत्री चुप रहते हैं. जबकि जब हमारी सरकार थी अगर आरोप लगता था तो हम चर्चा कराते थे. यह तो सदन ही नहीं चलने देते. हिमाचल और कर्नाटक के परिणाम देख लीजिये.  प्रधानमंत्री ने 2700 किलोमीटर की यात्रा भी कर ली, बजरंगबली को भी याद कर लिया, साम-दाम-दंड-भेद सब किया लेकिन कुछ नहीं काम आया.


बीजेपी के लखपति दीदी कार्यक्रम पर उठाए सवाल


बीजेपी महिला मोर्चा के कार्यक्रम लखपति दीदी पर आराधना मिश्रा ने कहा कि इनके पास नया कुछ बताने को नहीं है. इस योजना को लाने से पहले इनको सोचना चाहिए था कि जो आज बेटी साक्षी का हाल दिल्ली में हुआ वहां पर लॉ एंड ऑर्डर का जिम्मेदार कौन है? वह होम मिनिस्ट्री के अंडर में आती है. 2 महीने में पांच बड़ी घटनाएं हो चुकी, कौन जिम्मेदार है? ये जो लखपति दीदी कार्यक्रम चल रहे पहले इन बहनों को एक लाख का चेक दे देना था उसके बाद लखपति दीदी को बोलते. यह तो पुरानी योजना है कांग्रेस के समय की ऐसी. बहुत सारी लखपति महिलाएं हैं इस देश में जिन्हें 50 सालों से ऐसे आवास मिलते चले आए हैं. यह कोई सरकार की नई योजना नहीं है इसका भी अगर वह बेनिफिट लेना चाहते हैं तो उनको मुबारक हो. 


UP News: राहुल गांधी के बयान पर धामी सरकार के मंत्री का पलटवार, सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर कही ये बात