कांग्रेस सांसद इमरान मसूद पर 10 साल पुराने मामले में आरोप तय, PM मोदी के खिलाफ दिया था बयान
Imran Masood News: एमपी एमएलए कोर्ट में अपर जिला शासकीय अधिवक्ता एडीजीसी गुलाब सिंह ने बताया कि इमरान मसूद ने जब नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की थी तब दो दलित नेताओं को भी जातिसूचक शब्द कहे थे.
UP News: लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी पर बोटी बोटी वाला बयान देने के मामले में सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के खिलाफ अदालत ने चार्ज फ्रेम किया है. इन आरोपों पर सांसद इमरान मसूद ने भी बड़ी बात कही है.
सहारनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने सहारनपुर से लोकसभा सांसद इमरान मसूद के खिलाफ चार्ज फ्रेम किया है. अपर जिला शासकीय अधिवक्ता एडीजीसी गुलाब सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2014 को देवबंद कोतवाली क्षेत्र के लबकरी गांव में एक जनसभा हुई थी, जिसमें इमरान मसूद ने तत्कालीन बीजेपी नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद ये मामला काफी तूल पकड़ा था.
इस अभद्र टिप्पणी के बाद इमरान मसूद के खिलाफ मुकद्दमा कायम किया गया था। इस मामले में विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए मोहित शर्मा की अदालत ने 19 ग्रामीणों के बयान दर्ज किए और उसके बाद सांसद इमरान मसूद के खिलाफ अदालत ने चार्ज फ्रेम किया है.
दो दलित नेताओं को भी कहे थे जातिसूचक शब्द
अपर जिला शासकीय अधिवक्ता एडीजीसी गुलाब सिंह ने बताया कि इमरान मसूद ने जब नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की थी तब दो दलित नेताओं को भी जातिसूचक शब्द कहे थे. बाकायदा उनका नाम लेकर टिप्पणी की गई थी. विवेचना के बाद पुलिस ने धारा 153ए, 295ए, 504, 506, 3(1) 10 एससी/एसटी एक्ट तथा 125 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में चार्जशीट अदालत में सौंपी थी. अपर जिला शासकीय अधिवक्ता एडीजीसी गुलाब सिंह ने बताया कि चार्जशीट में जो गवाह हैं अब हम उनकी मजबूती से गवाही कराएंगे.
इमरान मसूद के अधिवक्ता बोले- हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे
इमरान मसूद के सीनियर अधिवक्ता अनवार अहमद सिद्दीकी का कहना है कि जिस वीडियो के आधार पर ये मुकद्दमा लिखा गया है और चार्ज फ्रेम किया गया है. उस वीडियो की फोरेंसिक जांच नहीं की गई, वीडियो एडिट की गई और सरकार से मुकदमे की संस्तुति नहीं ली गई. हम इस मामले को हाईकोर्ट में हम चुनौती देंगे.
सांसद इमरान मसूद ने आरोपों से किया इनकार
कांग्रेस के सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने चार्ज फ्रेम होने के बाद बड़ी बात कही है. उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है, उन्होंने विचरण (ट्रायल) की मांग की है. उनका कहना है कि ट्रायल होगा तो तस्वीर खुद ब खुद साफ हो जाएगी, आरोप गलत हैं और मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया. अदालत पर पूरा यकीन है इंसाफ मिलेगा. मैं शुरू से ही ये कहता आ रहा हूं कि आरोप गलत हैं मेरे बयान को गलत तरीके से प्रसारित किया गया था.
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