Pramod Tiwari News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस गठबंधन पर दिए बयानों पर पलटवार किया है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा उनकी याददाश्त कमजोर हो गई है, इसलिए उन्हें च्यवनप्राश खाना चाहिए.


राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले बीजेपी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला मंत्री बने थे. बीजेपी को यह बताना चाहिए कि क्या तब जम्मू कश्मीर में दो झंडे और दो कानून नहीं थे. उन्होंने कहा बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती के साथ मिलकर भी सरकार बनाई थी, उस समय भी दो झंडा था और संविधान भी था लेकिन इसके बावजूद बीजेपी ने समर्थन दिया था.


इसके साथ ही कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पूर्वोत्तर राज्यों और कई दूसरे राज्यों में भी ऐसे समझौते किए हैं. जो भारत के संविधान और सार्वभौमिकता के प्रति उतनी आस्था नहीं रखते हैं, जितना कि दूसरे लोग रखते हैं. उन्होंने कहा संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस जन अपनी जान दे देंगे, लेकिन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को कतई बदलने नहीं देंगे.


संविधान के लिए कांग्रेस के लोग जान कुर्बान कर देंगे


वहीं उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा सपा और कांग्रेस के दलित आरक्षण और संविधान को दिखावा करार दिए जाने पर कहा कि मायावती हमारे मन की बात कैसे जान सकती हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के लोग अपनी जान कुर्बान कर देंगे, लेकिन बाबा साहब के संविधान को बदलने नहीं देंगे. उन्होंने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा है कि मायावती को पहले इस पर विचार करना चाहिए कि उनके उम्मीदवारों से भाजपा को जो समय-समय पर मदद हो जाती है वह उस पर नजर रखें.


संविधान की रक्षा करने वालों के साथ है कांग्रेस


उन्होंने कहा है कि जो भी संविधान की रक्षा करना चाहता है कांग्रेस पार्टी उसके साथ खड़ी है. मायावती को दलित वोट बैंक के खतरे के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा वह संविधान को वोट बैंक से नहीं जोड़ते हैं बल्कि कांग्रेस संविधान को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रही है. उन्होंने कहा अनुसूचित जाति और जनजाति को अधिकार कांग्रेस पार्टी ने ही दिया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कांग्रेस ही संविधान के जरिए दलितों के आरक्षण की रक्षा भी करेगी.


प्रमोद तिवारी ने यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पर भी दी प्रतिक्रिया


यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की दोबारा हुई परीक्षा पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा अब पेपर लीक नहीं होना चाहिए. परीक्षा पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से होनी चाहिए. उन्होंने मांग की है कि जो योग्य अभ्यर्थी हैं उन्हें ही नियुक्ति मिलनी चाहिए. योगी सरकार के नकल विहीन परीक्षा कराने के दावे पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा सरकार हमेशा दावा करती है लेकिन अभी योगी सरकार को परीक्षा की प्रक्रिया पूरी करने में लंबा सफर तय करना है. भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इस पर कोई प्रतिक्रिया दी जा सकती है.


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