नई दिल्ली, एबीपी गंगा। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC)के विरोध में कांग्रेस आज देशव्यापी प्रदर्शन करेगी। राजधानी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा धरने पर बैठेंगे। इस देशव्यापी प्रदर्शन को शांति मार्च का नाम दिया गया है, जो दोपहर 3 बजे से शुरू होगा। कांग्रेस शासित राज्यों में मुख्यमंत्री इस शांति मार्च की अगुआई करेंगे। जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं है, वहां इसकी अगुआई प्रदेश अध्यक्ष करेंगे। इस प्रदर्शन में राहुल, प्रियंका के अलावा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
प्रियंका गांधी ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है, 'ये देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख़्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है। देश को फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है। आइए आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।'
बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस का ये धरना राजघाट पर दोपहर 3 बजे से शुरू होगा, जो कि रात 8 बजे तक चलेगा। इसमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की तुलना भारत छोड़ो आंदोलन से की है। गौरतलब है कि सीएए और एनआरसी के विरोध के चलते देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है। कई जगहों पर तो हिंसक प्रदर्शन की भी तस्वीरें देखी गई हैं।
राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन के चलते इंटरनेट को भी बंद करना पड़ा है। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की बात करें तो जिला प्रशासन लगातार शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है। हिंसा और बवाल के बाद जिले में बंद हुई इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में तीन दिन की हिस्सा के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन कुछ जिलों में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है।
कानपुर के यतीमखाना इलाके में बढ़ती भीड़ के चलते तनाव बना हुआ है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मौके पर यूपी पुलिस के अलावा आईटीबीपी, आरएएफ और पीएसी की तैनात की गई है। वहीं, करीब डेढ़ दर्जन जिलों में संवेदनशीलता को देखते हुए इंटरनेट सेवा बाधित हो रखी हैं। जिसमें राजधानी लखनऊ भी शामिल है। हिंसा की आशंका के मद्देनजर ज्यादातर जिलों में आज भी शिक्षण संस्थान बंद रखे गए हैं। वहीं, अधीनस्त सेवा आयोग की तरफ से आयोजित परीक्षाएं भी रद्द कर दिया गया है।
उधर, रामपुर जिले में सीएए के विरोध में शनिवार को हुए प्रदर्शन, आगज़नी और पत्थरबाजी करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई शुर कर दी है। 110 नामज़द और 1000 से ज़्यादा अज्ञात पर मुकद्दमा दर्ज किया गया है। 31 नामज़द आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।